देहरादून: बीते कुछ दिनों से भारत और चीन के मध्य तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. वही इस बीच चीन सीमा की संवेदनशीलता के मद्देनजर, उत्तराखंड सरकार भी बॉर्डर की सड़कों पर निगरानी रख रही है. वही सरकार चीन सीमा पर बनी सड़कों का उचित रूप से रखरखाव चाहती है. किन्तु सड़कों की मरम्मत के मानक अभी पुराने हैं. वही अब इस मामले को शुक्रवार को सेंट्रल गवर्मेंट के गृह सचिव की वीडियो कांफ्रेंसिंग बैठक में उठाया जाएगा. सूत्रों के अनुसार, पूर्व में यह बैठक सेंट्रल होम मिनिस्टर अमित शाह को लेनी थी. किन्तु उनके COVID-19 संक्रमित होने की वजह से अब यह बैठक गृह सचिव लेंगे. आपको बता दें कि प्रदेश के उत्तरकाशी, चमोली तथा पिथौरागढ़ शहर की लगभग 350 किमी सीमा चीन से सटी है. हालांकि चीफ सेक्रेटरी ओम प्रकाश का कहना है कि प्रदेश में उत्तराखंड की सीमा संवेदनशील नहीं है. किन्तु एहतियात के रूप में सरकार पूरी तैयारी कर रही है. उनके अनुसार, सीमा क्षेत्र से जुड़े मामलों पर होने वाली इस बैठक में प्रत्यक्ष तौर पर उत्तराखंड से जुड़ा कोई बिंदु नहीं है. हमारी तरफ से चीन सीमा पर सड़कों के रखरखाव का एक मामला है, जिस पर चर्चा विमर्श की जाएगी. आगे उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि चीन सीमा पर सड़कों का रखरखाव उचित तरीके से हो. बीआरओ की सड़कों की वार्षिक मरम्मत तथा देखरेख के मानक पुराने हैं. 2013-14 से मानक नहीं बदले हैं. किन्तु रखरखाव की रकम में वृद्धि हुई है. गृह सचिव से इस मामले पर चर्चा होगी, तथा चर्चा के पश्चात् ही कुछ निर्धारित हो पाएगा. स्वतंत्रता दिवस : 15 अगस्त को ही क्यों मिली आजादी ? मनुज से मानवता तक और अतीत से आधुनिकता तक का समावेश है नई शिक्षा नीति- पीएम मोदी नई शिक्षा नीति पर बोले पीएम मोदी, कहा- नए भारत का आधार बनेगी ये नीति