देहरादून: उत्तरी हरिद्वार में आयोजित 3 दिवसीय धर्म संसद में अमर्यादित भाषणों के पश्चात् विवादों में आए शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी सनातन धर्म अपनाने के बाद अब वह सन्यास लेंगे। उनके सन्यास के मामले में शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप अखाड़ा परिषद एवं अखिल भारतीय विद्वत परिषद के पदाधिकारियों से चर्चा करेंगे। स्वामी आनंद स्वरूप का कहना है कि इस के चलते वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी ने उनके समक्ष सन्यास लेने इच्छा व्यक्त की है। वसीम रिजवी के सन्यास लेने की इच्छा व्यक्त करने के बाद स्वामी आनंद स्वरूप उनके सन्यास की तैयारियों में जुट गए हैं। जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के सन्यास की प्रथा को लेकर स्वामी आनंद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष से भी भेंट करेंगे। वही इसको लेकर स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा, जब वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी हिंदू बन गए गए हैं तथा अब सन्यास लेना चाहते हैं। अब वह जेल से बाहर आए हैं तो उन्होंने दोबारा अपनी इच्छा व्यक्त की है कि वह सन्यास लेना चाहते हैं। इसके लिए अखाड़ा परिषद व अखिल भारतीय विद्वत परिषद से सलाह लेनी पड़ेगी कि जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी हिंदू बनने के पश्चात् सन्यास लेने की इच्छा जता रहे हैं। वह क्या परंपरा होगी जिसके तहत सन्यास दिलवाया जाएगा। सड़क पर हाथ ठेला लेकर निकलेंगे CM शिवराज, इस कारण जनता के सामने फैलाएंगे हाथ अपनों के बीच ही 'अकेले' पड़े अखिलेश यादव, आज़म-राजभर और शिवपाल नहीं दे रहे साथ 'हर सिख आधुनिक हथियार रखे...', अकाल तख़्त के जत्थेदार के बयान पर मचा बवाल, सख्त हुए भगवंत मान