हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि कि विशेष अहमियत होती है। इस बार वैशाख पूर्णिमा 26 मई को पड़ रही है। इस दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था है। इसलिए इस दिन को बुद्ध पूर्णिमा बोला जाता है। इस बार वैशाख पूर्णिमा पर वर्ष का प्रथम चंद्रग्रहण लग रहा है। ज्योतिष शास्त्रों के मुताबिक, चंद्र ग्रहण के बुरे असर से बचने के लिए हम कई प्रकार के उपाय करते हैं। इस बार उपछाया चंद्र ग्रहण है। आइए जानते हैं कि वैशाख पूर्णिमा के दिन लगने वाले चंद्र ग्रहण की अशुभ छाया से बचने के लिए क्या करना चाहिए। चंद्र ग्रहण क्यों है खास:- इस वर्ष का प्रथम चंद्रगहण 26 मई को लगने जा रहा है। ये उपछाया चंद्रग्रहण होगा। चंद्र ग्रहण के वक़्त सूतक काल के चलते कोई शुभ कार्य नहीं होता है। ये चंद्र ग्रहण मुख्य रूप से पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिक में दिखाई देगा। हालांकि भारत में चंद्र ग्रहण उपछाया के रूप में नजर आएगा। इसलिए सूतक काल नहीं होगा। ज्योतिष शास्त्रों के मुताबिक इस दिन क्या करना चाहिए। वैशाख पूर्णिमा पर क्या करना चाहिए:- वैशाख पूर्णिमा के दिन प्रातः स्नान कर उपवास करने का संकल्प लें। इस दिन स्नान करने के पश्चात् भगवान सूर्य के मंत्रों का उच्चारण करते हुए अर्घ्य देना चाहिए। फिर भगवान मधुसूदन की आराधना करनी चाहिए तथा नैवेद्य चढ़ाएं और बाद में दान-दक्षिणा करें। पूर्णिमा तिथि को स्नान और दान- पुण्य करने कि खास अहमियत होती है। आज का दिन इन राशिवालों के लिए रहेगा लाभ दायक, जानिए आपका राशिफल माता-पिता के आज्ञाकारी पुत्र होने के बाद भी भगवान परशुराम ने किया था अपनी ही मां का वध, जानिए क्यों? बचपन से ही इतने प्रतिभासम्पन्न थे गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी की महज 4 वर्ष की आयु में कर दिखाया था ये काम