आप सभी को बता दें कि आज वैशाख माह की अमावस्या है. इसे पितृ अमावस्या भी कहते हैं. ऐसे में इस दिन पितृ पूजा का बहुत महत्व है. जी दरअसल ये श्री हरि के प्रिय महीनों में से एक माना जाता है और इस दिन पवित्र नदियों के जल से स्नान और दान करने से भगवान विष्णु बहुत प्रसन्न होते हैं. जी दरअसल कहा जाता है कि वैशाख अमावस्या का आरंभ रेवती नक्षत्र में होगा और इस नक्षत्र के स्वामी बुध देव हैं और आज बुधवार होने से इस तिथि का महत्व बढ़ जाता है. आप सभी को बता दें कि अन्य ग्रहों की बात करें तो मीन राशि में बुध और चंद्रमा की युति बन रही है. वहीं अगर ज्योतिष विद्वानों की बातों को माना जाए तो आज की तिथि पर पितृ शांति और रोगों के नाश करने के लिए किए गए दान एवं पूजा से अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक पुण्य लाभ मिल सकते हैं. जी हाँ, दरअसल हम सभी इस बात से वाकिफ हैं कि इस समय कोरोना का कहर हर तरफ अपना वर्चस्व बढ़ा रहा है, उससे बचने के लिए तो आप कुछ उपाय कर सकते हैं. आपको बता दें कि आज के दिन आप घर पर ही स्नान करने के पानी में किसी नदी का पवित्र जल और थोड़े से तिल मिला लें और 7 पवित्र नदियों, गंगा, युमना, गोदावरी, सरस्वती, नर्मदा, सिंधु और कावेरी को मानसिक रुप से प्रणाम करें. जी दरअसल ऐसी मान्यता है की जब व्यक्ति किसी भी तरह के संकट में फंसा हो तो वे इस तरह स्नान करने से तीर्थ स्नान का पुण्य फल प्राप्त करता है. इसी के साथ घर में किसी प्रकार की बाहरी बाधा न आए, इसके लिए आप पुराना फटा जूता घर में किसी कोने में लटका दें. ध्यान रहे अगर नया घर बना रहे हों तो काली हांडी अवश्य लटका दें. वहीं अगर किराए का मकान हो तो खिड़कियों की सलाखों या चिटकनियों पर काला धागा बांध दें क्योंकि ऐसा करने से ऊपरी बाधा का कभी प्रकोप कभी नहीं आएगा. इसी के साथ आपको यह भी बता दें कि आज 22 अप्रैल की प्रात: लगभग 5:25 से वैशाख मास की अमावस्या तिथि शुरु हो गई है और यह 23 अप्रैल, बृहस्पतिवार की सुबह लगभग 8 बजे तक रहेगी. लॉकडाउन के पहले मंगवाकर रख ली थी कॉलगर्ल, सैलून में चल रहा था धंधा ट्वीटर पर हुए सलमान खान के 40M फॉलोअर्स, फैंस दे रहे बधाई I LEAGUE के सारे मैच हुए रद्द, यह खिलाड़ी बना चैंपियन