इंदौर: जब प्यार परवान चढ़ता है और मोहब्बत हद से गुजर जाती है तो फिर प्यार करने वालो को दो मुल्क की दीवारे भी जुदा नही कर पाती है. वेलेंटाइन डे के दिन हम आपको बताने जा रहे है सच्चे प्यार की ऐसी ही स्टोरी. इंदौर के समीप देवास जिले की रहने वाली एक लड़की पिछले 6 महीने से अपने पाकिस्तानी पति से रोज मिलने जाती है. कभी वह उसे अपने हाथो से कहना खिलाकर आती है तो कभी बिना दीदार किए मायूस होकर लौट आती है. हिंदुस्तानी लड़की और पाकिस्तानी लड़के की इस प्रेम कहने में 5 साल में फिल्मी कहानी की तरह ट्विस्ट पर ट्विस्ट आ रहे हैं. दरअसल साल 2012 में इंग्लिश से एमए करने वाली देवास की हीना (परिवर्तित नाम) और पाकिस्तान का इरफ़ान (बदला हुआ नाम) सोशल मीडिया के द्वारा एक दूसरे से मिले. दोनों के बीच बाते होने लगी और यह दोस्ती कुछ दिनों बाद प्यार में बदल गई. दोनों एक- दूसरे से कई घण्टो तक बाते किया करते थे. कभी वीडियो कॉल करते तो कभी फोन. आखिरकार दोनों ने पूरी जिंदगी एकसाथ गुजारने का फैसला किया. इरफ़ान चाहते थे शादी के बाद दोनों शारजाह (संयुक्त अरब अमीरात ) बस जाएंगे. लेकिन हीना हिंदुस्तान नही छोड़ना चाहती थी और इरफ़ान को ऐतबार दिलाया एक बार हिंदुस्तान आकर देखो, आपको यहां भी अच्छा लगेगा. ऐसा नहीं हुआ तो फिर कुछ और सोचेंगे. मोहब्बत की खातिर इरफान अपनी मां के साथ जनवरी 2013 में एक माह का वीजा लेकर देवास आया और यहीं 23 जनवरी को हीना से शादी कर ली. वीजा खत्म होने पर एक माह बाद लौटना पड़ा. अप्रैल में फिर वे 3 माह का वीजा ले आए थे. जून में फिर उन्हें पाकिस्तान लौटना था, उससे ठीक पहले पत्नी हीना की तबीयत बिगड़ गई. उन्हें नहीं चाहते हुए बीमार हीना को छोड़कर पाकिस्तान लौटना पड़ा. आखिर में जुलाई 2013 में दो साल का मल्टीपल वीजा जारी हुआ. अपने परिवार का इकलौता बेटा इरफ़ान प्यार की खातिर हिंदुस्तान आकर यहीं रच बस गया.एमए इकॉनामिक्स इरफ़ान ने हीना के घर ही ट्यूशन लेना शुरू कर दी. सामान्य प्रक्रिया के तहत मई 2015 में इरफ़ान ने वीजा अवधि बढ़ाने के लिए आवेदन कर दिया. 8 अगस्त 2015 को उसे बगैर वीजा के रहने पर जेल भेज दिया. अंडर ट्रायल केस चला और 11 माह 20 दिन में अदालत ने एक साल की सजा का फैसला दिया और सुरक्षित पाकिस्तान वापस भिजवाने के आदेश दिए. फैसले के 6 दिन बाद सजा पूरी हो गई लेकिन दूतावास स्तर पर उलझी प्रक्रिया के कारण 6 माह में भी पाकिस्तान नागरिक को उसके वतन नहीं भेज पाए न ही उसे वीजा मिल पाया. 6 अगस्त 2016 से इरफान का घर बीएनपी थाना बन गया है. पत्नी हीना हर दिन अपनी मोहब्बत का दीदार की उम्मीद में थाने जाती है. पाकिस्तानी हाई कमीशन ने 6 अक्टूबर 2016 को इरफ़ान को अपना नागरिक मानते हुए वापस भिजवाने की अपील की थी. मप्र सरकार द्वारा 21 नवंबर 2016 को गृह मंत्रालय भारत सरकार को यह अनापत्ति पत्र दिया जा चुका है कि यदि इरफ़ान को पाक वापस भेजा जाता है तो हमें कोई आपत्ति नहीं है. भारत सरकार के गृह मंत्रालय स्तर से इस संबंध में फैसला होना बाकि है. ये भी पढ़े - मोहब्बत में मिली बेवफाई तो बॉयफ्रेंड को घर बुलाकर उसके प्राइवेट पार्ट के साथ किया ऐसा युवक ने गांव के कुएं पर युवती के साथ किया ऐसा, बच्चे ने देख लिया