भगवन शिव की नगरी और देश की सांस्कृतिक राजधानी कही जाने वाली काशी को अब वर्ल्ड हेरिटेज सिटी का दर्जा मिलने जा रहा है और इसके लिए प्रसाशन ने कवायद भी शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस प्रोजेक्ट पर भी अपनी सहमति जाहिर कर दी है. गौरतलब है कि अहमदाबाद के बाद बनारस देश का दूसरा ऐसा शहर होगा, जिसे वर्ल्ड हैरिटेज सिटी का दर्जा प्राप्त होगा. जानकारी के मुताबिक इसके लिए पीएमओ में मंथन भी शुरू हो गया है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम मोदी द्वारा काशी को इस परियोजना में शामिल किए जाने की सहमति दिए जाने के बाद कंसलटेंट कंपनियों ने इस दिशा में काम करना भी शुरू कर दिया है. बता दें कि काशी नरेश की इस नगरी को दुनिया की सबसे ओल्डेस्ट लिविंग सिटी का दर्जा प्राप्त है, लेकिन अब इसे वर्ल्ड हैरिटेज सिटी का दर्जा दिए जाने के प्रयास शुरू हो गए है. इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए वीडीए सचिव विशाल सिंह ने बताया कि, 'इसके लिए काशी के धरोहर को विश्व पटल पर प्रमाणित करने के लिए साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं. इसके लिए कंसलटेंट कंपनी भी नियुक्त की गई है, जो अपना काम कर रही है.' आपको बता दें कि काशी में काशी विश्वनाथ धाम के अलावा बौद्ध धर्म, भगवान पार्श्वनाथ की जन्मस्थली और जैन धर्म के भी कई तीर्थ स्थल मौजूद है. बनारस में प्रवाहित इस पवित्र गंगा के किनारे बने घाट और प्राचीन मठ, मंदिर और कुंड शहर के प्राचीन व पौराणिक होने के साक्षात प्रमाण है. उत्तर प्रदेश में बदला शराब बिक्री का समय इंदौर : जर्जर इमारतों पर चल सकता है निगम का बुलडोजर अंतरिक्ष में गुम हुआ इसरो का नया सैटेलाइट जीसैट-6ए