प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पुलिस प्रशासन रेप जैसे घिनौने अपराध के प्रति कितना जागरूक है इस बात का अंदाज आप इस खबर से लगा सकते है. यहां एक नाबालिग रेप पीड़ता पिछले डेढ़ महीने से न्याय के लिए थानों के चक्कर लगा रही है लेकिन उसकी तहरीर भी दर्ज नहीं की गई. सीमा विवाद के चक्कर में पीड़िता को लगातार टरकाया जा रहा है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक यह 8 मई का बताया जा रहा है. यहां एक नाबालिग छात्र को स्कूल जाते वक्त कुछ युवक छेड़ते थे, जिन्होंने बाद एक दिन मौका देखकर युवती को ऑटो से अगवा कर लिया और एक सूनसान जगह पर लेजाकर लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म को अंजाम दिया. यहां से पीड़िता किसी तरह खुद की जंबाचा कर घर पहुंची और परिजनों को घटना की जानकारी दी. लेकिन पीड़िता के घरवाले जब न्याय की गुहार लगाने थाने पहुंचे तो उन्हें दुसरे क्षेत्र का हवाला देकर अन्य थाने में भेज दिया गया. जानकारी के मुताबिक पीड़िता और उसकी मां लगभग डेढ़ महीने से शहर के भेलूपुर, लक्सा और सिगरा थाने में न्याय के लिए भटक रही है लेकिन कही से मदद नहीं मिली. हालांकि मामला मीडिया में छाने के बाद मामला दर्ज कर मुकदमा दायर करने के आदेश दिए गए है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भेलूपुर थाने में मुकदमा दर्ज कर पीड़िता के साथ पुलिस ने घटना स्थल पर जाकर छानबीन भी की,हालांकि फिलहाल आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. वहीं इस मामले में सीईओ भेलूपुर अयोध्या प्रसाद का कहना है कि लड़की के आरोपों के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. पीड़िता को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है. नाटक करके लोट रही लड़कियों से गैंगरेप भगवान को छोड़ अमेरिकी राष्ट्रपति को पूज रहा भारतीय 'गुड वाइफ' बनने को तैयार मल्लिका