वाराणसी : एक तरफ जहां पूरे देश में अयोध्या में राममंदिर बनाने का मुद्दा सबसे बड़ा बना हुआ है वहीं मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस राम लक्ष्मण ही धरने पर बैठ गए. दरअसल हुआ कुछ ऐसा - रामलीला देखने वाले दंग तब रह गए जब रामलीला में मौजूद राम लक्ष्मण ही बीच लीला में धरने पर बैठ गए. ये नज़ारा था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का जहां धनेसरा तालाब के पास रामलीला चल रही थी. इसी बीच ये हैरान कर देने वाला नज़ारा देखने को मिला. दर्शक यहां ऐतिहासिक 'लाट भैरो रामलीला' का 'राम-केवट संवाद' देखने गए थे लेकिन देखने को धरना ही मिला. तालाब की बदतर हालत को देखकर राम और लक्ष्मण के साथ पूरी रामलीला कमिटी के लोग धरने पर बैठ गए. महाराष्ट्र की जेल में कैदी कर सकेंगे वीडियो कॉल जानकारी के लिए वाराणसी के धनेसरा तालाब के आस पास इतनी गंदगी और बदबू थी जिसके अकारण लोग वहां खड़े भी नहीं हो पा रहे थे. इसी के कारण राम और लक्ष्मण की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें उल्टियां भी होने लगी. ये लोग करीब 2 घंटे तक ऐसे ही बैठे रहे जिन्हें मनाने के लिए बाद में एडीएम सिटी विनय कुमार सिंह और एडिशनल म्युनिसिपल कमिश्नर एके सिंह को आना ही पड़ा. इसके बाद अधिकारीयों ने इस बात का आश्वासन दिया कि जल्दी ही तालाब और मैदान की सफाई करवा दी जाएगी. साथ ही दो घंटे के इंतज़ार के बाद रामलील शुरू की गई. स्वस्थ हैं MDH के मालिक महाशय धर्मपाल गुलाटी, निधन की उड़ी थी अफवाह इसी पर रामलीला कमिटी के अध्यक्ष राम अवतार पांडे ने कहा कि पिछले कई दशकों से रामलीला हो रही है पर ऐसी परेशानी कभी नहीं आई. इसी पर उन्होंने ये कहा कि यहां रह रहे लोगों ने ही इस तालाब में कचरा फेंककर रामलीला को रोकने का प्रयास किया है. खबरें और भी.. एक और बीमारी की चपेट में आये लालू प्रसाद यादव, हुए अस्पताल में भर्ती B'Day Special : 48 की उम्र में इतना कुछ हासिल कर चुकी हैं किंग खान की पत्नी परमाणु निरस्त्रीकरण : जल्द हो सकती है डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग उन की मुलाकात