लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पीलीभीत से लोकसभा सांसद वरुण गांधी पार्टी हाईकमान से बीते कई दिनों से नाराज चल रहे हैं और उनके तृणमूल कांग्रेस (TMC) में शामिल होने की चर्चा भी जोर-शोर से चल रही है. बताया जा रहा है कि वह TMC नेतृत्व के संपर्क में हैं और अगले सप्ताह पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी दिल्ली दौरे के समय बातचीत आगे बढ़ सकती है. वहीं आज वरूण गांधी ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के केन्द्र सरकार के फैसले पर भी सवाल खड़े किए हैं और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र भी लिखा है. दरअसल, वरूण गांधी बीते काफी समय से भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व से खफा चल रहे हैं और अकसर वह अपने बयानों से भाजपा और पार्टी की केन्द्र और राज्य सरकार पर हमला बोल रहे हैं. बताया जा रहा है कि वरूण गांधी की नाराजगी के सबसे बड़े कारण केन्द्र सरकार के कैबिनेट विस्तार में स्थान न मिलना है. इतना ही नहीं बीते दिनों ही भाजपा के कार्यकारिणी से वरूण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था. इसके बाद से ही वरूण गांधी के तेवर और ज्यादा बागी हो गए हैं. उन्होंने बीते दिनों ही कई बार सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार को लखीमपुर हिंसा मुद्दे पर कठघरे में खड़ा किया था. वहीं पिछले दिनों ही वरूण गांधी महात्मा गांधी की जयंती पर गोडसे बनाम गांधी के मुद्दे पर सोशल मीडिया में चले ट्रेंड को लेकर बेहद आक्रामक हो गए थे. यूपी को कल मिलेंगे 313 विशेषज्ञ डॉक्टर, सीएम योगी खुद सौंपेंगे नियुक्ति पत्र 'आपके लिए हमने सीट सुरक्षित कर दी है..', कांग्रेस विधायक को गुजरात भाजपा चीफ पाटिल का ऑफर 21 नवंबर को होगा CM गहलोत के कैबिनेट का विस्तार, 3 मंत्रियों ने दिया इस्तीफा