पेरिस : भारत अपनी जड़ें पूरे विश्व में किस हद तक जमा चुका है यह बात इससे समझ आती है कि आज विश्व की दिग्गज कम्पनियो में उच्च पदों पर भारतीय आसीन हैं. एक बार फिर दुनिया की नंबर वन फार्मा कम्पनी के CEO पद के लिए भारतीय मूल के वसंत नरसिम्हन को चुना गया है. जी हाँ दुनिया की नंबर वन फार्मास्युटिकल्स कम्पनियो में से एक मानी जाने वाली नोवार्टिस ने अपना अगला CEO वसंत नरसिम्हन के रूप में चुनने की घोषणा कर दी है. अब वसंत को जोसेफ जिमेनेज की जगह CEO के पद पर आसीन होना होगा. वहीँ वर्तमान CEO जोसेफ जिमेनेज इस पद पर पिछले 8 सालों से आसीन थे. सोमवार को नोवार्टिस ने जारी किये अपने बयान में कहा कि जोसेफ जिमेनेज जनवरी 2018 के अंत में अपने पद से सेवामुक्त होंगे और उनकी जगह वसंत 1 फ़रवरी 2018 से कार्यभार संभालेंगे. इससे पहले 41 वर्षीय वसंत के पास चीफ मेडिकल ऑफिसर और ड्रग डेवलप्मेंट विभाग का कार्यभार था वे इसके हेड के पद पर आसीन थे. इसके अलावा वह कम्पनी के कार्यकारी सदस्यों में भी शामिल थे. अब CEO के पदभार को ग्रहण करने के बाद उन पर नई दवाएं विकसित करने और अंडरपरफॉर्मिंग असेट्स को विक्रय करने की नयी चुनौतियां होगी. एक अंग्रेजी अखबार को दिए अपने बयान में जिमेनेज ने कहा कि "मैं 8 साल तक कंपनी का सीईओ रहा हूं। मैं इस बारे में बेहद स्पष्ट राय रखता हूं कि किसी सीईओ को इससे अधिक समय तक पद पर नहीं रहना चाहिए।" जिमेनेज के रिटायर होने की खबर सुनते ही ज्यूरिख के शेयर मार्केट में कम्पनी के शेयर में गिरावट दर्ज होने लगी. नोवार्टिस के शेयर में 0.7% की गिरावट दर्ज़ की गयी. वसंत नरसिम्हन दुनिया भर की तमाम फार्मा कम्पनियो के CEO में सबसे युवा CEO हैं. जानिए क्या चल रहा है हमारे देश की राजनीती में, पढिये राजनीतिक पार्टी से जुडी ताज़ा खबरें यूथ CEO समिट में PM मोदी ने कहा, देशहित सबसे ऊपर इन्फोसिस 13 हजार करोड़ के शेयरों की पुनर्खरीद करेगा तीन माह बाद होगा एटीएम से 200 के नए नोट का दीदार