Vasant Panchami 2020 Date: बसंत पंचमी माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी को कहा जाता है. 29 जनवरी 2020 को इस बार शुक्ल पंचमी मनाया जाएगा. पुराणों के अनुसार इस दिन ज्ञान, विदया, बुद्धि और संगीत की देवी सरस्वती का आविभार्व हुआ था. इसलिए इस तारीख को श्रीपंचमी के नाम से प्रसीद्ध है. बंसत पंचमी का उल्लेख पुराणों में मिलता है. ऋग्वेद में के दसवें मंडल के 125 सूक्त में सरस्वती देवी के प्रभाव और महिमा का वर्णन किया गया है. पौराणिक ग्रंथो में बसंत पंचमी के दिन को बहुत शुभ माना गया है. इसके साथ ही इस दिन नया काम शुरू करना मंगलकारी माना जाता रहा है. Vasant Panchami 2020 Date: जानिये कब कब है वसंत पंचमी सरस्वती पूजा,बसंत पंचमी पूजा विधि और मुहूर्त बसंत पंचमी शुभ मुहूर्त और तिथि 2020- बसंत पंचमी – 29 जनवरी 2020 बसंत पंचमी पूजा मुहूर्त- 10:45 से 12:35 बजे तक पंचमी तिथि आरंभ – 10:45 बजे से 29 जनवरी 2020 पंचमी तिथि समाप्त- 13:18 बजे 30 जनवरी 2020 तक बसंत पंचमी कथा- सृष्टि के रचना के समय भगवान विष्णु की आज्ञा से ब्रह्मा ने जीवों, खासतौर पर मनुष्य योनि की रचना है. ब्रह्माजी अपने सृजन से संतुष्ट नहीं थे. उनको लग रहा था कि जो सृष्टि रचना उन्होंने किया है बहुत कमी है जिसके चारों मौन छाया है. विष्णु जी से अनुमती लेकर ब्रह्माजी ने कमंडल से जस का छिड़काव किया, पृथ्वी पर जल का कण पड़ते ही कंपन होने लगा है . इसके बाद से ही वृक्षों के बीच एक अद्भुत शक्ति उत्पन्न हुई. यह शक्ति एक चतुभुर्जी सुंदर स्त्री थी. जिसके हाथ में वीणा और दूसरे हाथ में वर मुद्रा था. अन्य दोनों हाथों में पुस्तक और माला थी. इसके अलावा ब्रह्मा जी ने देवी से वीणा बजाने का अनुरोध किया जैसे ही देवी ने वीणा का मधुरनाध किया संसार के समस्त जीवों-जन्तुओं को वाणी की प्राप्ति हुई थी . उसी दिन से उस देवी को ब्रह्मा जी ने देवी सरस्वती कहा है . उसके बाद से ही सरस्वती जी को बागीश्वरी, भगवती, शारदा, वीणावादनी और वाग्देवी के रूप में पूर संसार में पूजी जाती हैं. ऐसे बनता है कुंडली में शनि दोष, जानिये ज्योतिष उपाय बचने का तरीका ये 5 चमत्कारिक मंत्र कर देंगे जीवन के सारे दुःख दर्द ऐसे चार उपाय जो आपके विरोधी-शत्रुओं को रखेंगे शांत