घर बनाते समय हम सभी बातों का ध्यान रखते हैं. कहाँ पर हमे किचन बनाना है और कहाँ पर हमे बैडरूम बनाना है और कहाँ पर हमे बालकनी की जगह छोड़नी है. घर में बल्कि का होना बहुत अच्छा माना जाता है या ये कहें घर में जितनी जगह खुली रहेगी उतना ही आपको लाभ होगा और वास्तु दोष भी ठीक रहेगा. घर को बनाते समय वास्तु दोष का हमेशा ध्यान रखें और पंडित से पूछकर ही निर्माण करें. कहा जाता है घर में बालकनी होना उत्तम होता है और आजकल ये चलन में भी आ गया है कि घर में एक बालकनी तो होती है जहाँ पर बैठकर आप अपने सारे काम निबटा सकते हैं. ये घर को और भी सुंदर बनाती है. आपको बता दें, वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में बालकनी उसी दिशा में होनी चाहिए जिस दिशा में घर का मुख्या द्वार है. घर का द्वार अगर पूर्व में है तो बालकनी पूर्व में हो और अगर उत्तर में है तो बालकनी को भी आप उत्तर में ही बनाएं. अगर आपका घर पश्चिम दिशा की ओर है तो बालकनी को उसी दिशा में बनाएं. इसके अलावा आपका घर अगर दक्षिण दिशा में बना है तो आप बालकनी का निर्मल पूर्व दिशा की ओर बनाएं, क्योंकि दक्षिण में बालकनी होना अशुभ होता है. दक्षिण दिशा को खुला छोड़ना ठीक नहीं होता जिसके चलते घर के दक्षिण में बालकनी नहीं होनी चाहिए. अगर आप दक्षिण दिशा में बालकनी बनवाते हैं तो आप उस जगह पर कोई भरी वास्तु को रख सकते हैं जिससे शुभता बनी रहेगी. निर्जला एकादशी व्रत करने पर मिलेगी कर्ज से मुक्ति हाथों में हो ऐसी रेखा, तो मिलता है धोखा जानिए क्या है दिन के अनुसार प्रदोष व्रत का महत्व