हिसार : 'वायु’ चक्रवात और पश्चिमी हलचलों ने मिलकर हरियाणा की फिजा में ठंडक घोल दी है। अगले छह दिन भी मौसम गड़बड़ रहने वाला है। प्री मानसून की गतिविधियों के चलते सोमवार को भी प्रदेश के कई जिलों में हल्की बारिश हुई, जिससे बीते दो दिनों में तापमान 12 डिग्री तक लुढ़क गया है। मौसम विभाग ने 23 जून तक प्रदेश में बादलों के बने रहने का अनुमान लगाया है। 18 जुलाई से प्रारंभ होगा योगी सरकार का मानसून सत्र ,कई मुद्दों पर चर्चा संभव इस तरह पड़ा वायु का असर सूत्रों से प्राप्त जानकरी के अनुसार मौसम विभाग के रिकार्ड के मुताबिक हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली क्षेत्र में बीते 24 घंटे में 0.5 एमएम बारिश हुई, हालांकि मानसून की सुस्त रफ्तार की वजह से जून के 17 दिनों में इस क्षेत्र में 63 प्रतिशत कम बारिश हुई है। हरियाणा में मौसम इसलिए मेहरबान हुआ कि इस क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र पहले से बना हुआ था। उसके बाद ‘वायु’ चक्रवात ने अरब सागर से नमी लगा मौसम की रंगत बदल दी। बच्चों की मौत के बाद आज हालातों का जायजा लेने अस्पताल पहुंचे नीतीश कुमार इसी के साथ सोमवार को करनाल समेत कई जगहों पर नमी 80 प्रतिशत तक बढ़ गई। वहीं, नारनौल में अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री पर आ गया। यहां प्रदेश में सबसे कम अधिकतम तापमान दर्ज किया और पारा सामान्य से 10 डिग्री तक नीचे चला गया। प्रदेश के ज्यादातर शहरों में पिछले दो दिनों में पारा 40 डिग्री से नीचे चल रहा है। हिसार में दो दिनों में 44.1 एमएम बारिश हुई। खेत में धान लगाकर लौट रहे एक ही परिवार के छह लोग नाव पलटने से सतलुज नदी में डूबे इस पहाड़ी राज्य के लिए जारी हुई चेतावनी, ओले गिरने की संभावना चीन के सिचुआन प्रांत में आए भूकंप के दो झटकों में 11 की मौत