कराकस। एक तरफ जहा दुनिया भर में मीडिआ को समाज का चौथा स्तम्भ बोल कर उसे तमाम तरह की आजादी (फ्रीडम ऑफ़ प्रेस) दिए जाने की बाते की जा रही है तो वही ओर कई देश ऐसे भी है जहा पत्रकारों को आज भी सरकार की सच्चाई जनता के सामने लाने के लिए कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है और कई बार तो उन्हें इसके लिए गंभीर परिणाम भी भुगतने पड़ते है। हथियार अनुबंध को लेकर सचेत हुए भारत और रूस ऐसा ही एक मामला हाल ही में वेनेजुएला से भी सामने आया है जहा ब्रिटेन और अर्जेंटीना के दो पत्रकारों को उनकी रिपोर्टिंग के दौरान ही गिरफ्तार कर लिया गया है। ये पत्रकार बीते शुक्रवार (15 सितम्बर) वेनेजुएला और कोलंबिया की उत्तर पश्चिमी सीमा पर रिपोर्टिंग कर रहे थे। इस बात की मिलते ही वेनेजुएला की पुलिस ने वह पहुंच कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। वेनेजुएला की एक प्राइवेट समाचार एजेंसी ने एक ट्वीट कर यह जानकारी साझा की है। इस खबर के सामने आने के बाद से पूरी दुनिया में वेनेजुएला सरकार के इस फैसले का विरोध किया जा रहा है। चीन का 17 साल का करोड़पति लड़का अब जायेगा जेल इस एजेंसी के मुताबिक गिरफ्तार किये गए दोनों पत्रकारों में से एक ब्रिटैन के बार्ने ग्रीन है और दूसरी पत्रकार अर्जेटीना की लॉरा साराविया है। ये दोनों पत्रकार पर्यटन पर रिपोर्टिंग करने के लिए पिछले कुछ दिनों से वेनेजुएला में मौजूद थे। आपको बता दे कि वेनेजुएला में मीडिया को अभियक्ति की स्वतंत्रता बिलकुल न के बराबर है। यहाँ की सरकार मीडिया और जनता की आवाज दबाने के लिए पुरे विश्व में बदनाम है। इस देश को वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स की सूचि में 137 वां स्थान दिया गया है। ख़बरें और भी भारतीय किसानों का दुश्मन बना अमेरिका, सब्सिडी कम करने के लिए बना रहा दबाव पैर कीचड में ना हों इसलिए भूटान के पूर्व प्रधानमंत्री ने पत्नी को बैठाया पीठ पर सुर्खियां: ये है देश और दुनिया की आज की सबसे बड़ी ख़बरें