नई दिल्ली: करियर के शुरुआती दिनों में व्यक्ति बहुत से सपने देखता है, और उन सपनो को पूरी करने की कोशिश भी करता है. वही एक वक़्त ऐसा भी आता है जब वह व्यक्ति सपनो को पूरा करने की उस दौड़ में थक जाता है, और दुसरो के सपने को पूरा करने में लग जाता है. दुसरो के सपने, यह सुनकर आपको थोड़ा अजीब ज़रूर लग रहा होगा कि जो व्यक्ति खुद के सपने पुरे नहीं कर पा रहा वह दूसरे के सपने कैसे पूरा करेगा, लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि जो व्यक्ति खुद सफल नहीं है, वह एक अच्छी कम्पनी में कैसे काम कर रहा है. जॉब के दौरान व्यक्ति वो कार्य करता है जिसके सपने उसकी कंपनी के मालिक ने देखा है, तो अब आप ज़रा खुद सोचिए की जब आप दूसरो के सपने पुरे कर सकते है तो खुद के क्यों नहीं, अपने सपनो को पूरा करने के लिए सिर्फ एक दृढनिश्चय की ज़रूरत होती है, जो उस कंपनी के मालिक ने किया है और आप उसमे उनकी मदद कर रहे है. भारत से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बाते जो हर भारतीय को पता होना चाहिए भारत के राजनीतिक तत्व से संबंधित सामान्य प्रश्न Geography के ये प्रश्न अधिकत्तर आते है प्रतियोगी परीक्षाओं में