अयोध्या में आयोजित हुई विश्व हिन्दू परिषद् की धर्म सभी से वहां का मुस्लिम समुदाय काफी डरा हुआ है. आपको बता दें कि अब मुस्लिमों को चेतावनी भी दी गई है. भगवान राम की नगरी अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की धर्मसभा में सारे संत मिलकर मंदिर निर्माण का कोई ठोस रास्ता नहीं सुझा सके. लेकिन धर्मसभा ने एक बार फिर मुसलमानों से साफ कह दिया कि वे राम जन्मभूमि से अपना दावा छोड़ें और जमीन का बंटवारा नामंजूर है. उमा ने किया उद्धव का समर्थन, इस काम के लिए आजम और ओवैसी से मांगी मदद साथ ही विहिप ने मुसलामानों से कहा कि अध्यादेश आया तो अयोध्या के साथ मथुरा, काशी और बाकी 40 हजार मंदिरों के लिए भी रण होगा. बता दें कि दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह कह चुके है कि अध्यादेश नहीं लाया जाएगा. ख़बरें है कि धर्मसभा में आए संत अध्यादेश लाए जाने को लेकर एक मत नहीं दिखे, न ही उस पर कोई फैसला हो सका. विहिप ने कहा नहीं मंजूर राम जन्मभूमि पर एक इंच का भी बंटवारा फिलहाल आपको इस बात से भी अवगत करा दें कि यह मामला फिलहाल अदालत में है और इस पर अगली सुनवाई जनवरी 2019 में होनी है. दूसरी ओर जगदगुरु रामानन्दाचार्य रामभद्राचार्य महाराज ने कहा- केंद्र सरकार 11 दिसंबर के बाद अध्यादेश लाकर राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेगी. फिलहाल तो सभी को अदालत के फैसले का इंतजार है. यूपी के डिप्टी सीएम ने आज़म खान को लगाई लताड़, कहा हिन्दुस्तान में हिन्दू-मुस्लिम एक समान अयोध्या में गरमाया सियासी पारा, शिवपाल यादव ने कहा बर्खास्त हो योगी सरकार मध्यप्रदेश चुनाव: चुनावी सभा में बोले मनोज तिवारी, जनवरी में शुरू हो जाएगा राम मंदिर निर्माण