नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में लगातार हो रही बारिश के बीच कई जगह जलभराव, तो कई जगह सड़क धंसने की खबरें लगातार मिल रही हैं. सोमवार रात लगभग 9:30 बजे साउथ दिल्ली के अरविंदो मार्ग पर धंसी हुई सड़क से मुसाफिरों और अपने आप को बचाने के लिए ड्राइवर को अचानक दौड़ती DTC बस में ब्रेक लगाना पड़ा. जब तक बस ड्राइवर उसे संभाल पाता, बस आधे से अधिक गड्ढे में समा चुकी थी. जब तक कोई कुछ कर पाता, बस के साथ चल रही बाइक और स्कूटी सवार गाड़ी सहित गड्ढे में समा गए. इस हादसे के बाद मौके पर हंगामा मच गया. दिल्ली में अरविंदो मार्ग पर सड़क पर कई फ़ीट लंबा और चौड़ा गड्ढा हुआ,एक बस ,एक बाइक और एक स्कूटी इसमें धंस गयी थी,लोगों को सुरक्षित निकालकर क्रेन से वाहन निकाले गए pic.twitter.com/zUODgo9nma — Mukesh singh sengar मुकेश सिंह सेंगर (@mukeshmukeshs) September 14, 2021 स्थानीय लोगों की सहायता से फ़ौरन बाइक सवार और स्कूटी सवार को गड्ढे से सुरक्षित बाहर निकाला गया. बस में सवार लगभग 3 दर्जन लोगों को भी सुरक्षित बाहर निकाला गया. हैरानी की बात यह है कि इस तरह के हादसे के कारण जिम्मेवारी न तो PWD डिपार्टमेंट ले रही है और न ही जलबोर्ड डिपार्टमेंट के अधिकारी. साउथ दिल्ली के अधचिनी के पास अरविंदो मार्ग पर AIIMS की ओर से महरौली जाने वाली सड़क का लगभग 20 से 25 फीट लंबा और 10 फीट से अधिक गहरा हिस्सा सोमवार को धंस गया, जिससे सड़क पर दौड़ रही नई DTC की बस में सवार लोगों को झटके लगे और बस का आधा हिस्सा भी गड्ढे में जा घुसा. जब तक कोई कुछ समझ पाता, बस के आगे-पीछे चल रहे स्कूटी सवार और बाइक सवार भी गड्ढे में समा चुके थे. स्थानीय लोगों की सूझबूझ के चलते बाइक और स्कूटी सवारों को गड्ढे से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, वहीं बस में सवार लगभग 35 लोगों को भी सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. बाद में DTC बस को क्रेन के सहारे गड्ढे से बाहर निकाला गया. हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, MLA सोमनाथ भारती, PWD विभाग के और जल बोर्ड विभाग के अधिकारी अपने कर्मचारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. मीडिया से बात करते हुए मौके पर मौजूद PWD और जल बोर्ड के अधिकारी एक-दूसरे आरोप लगाते हुए खुद पल्ला झाड़ने में लग गए और गैस पाइप लाइन के काम के चलते इस गड्ढे का ठीकरा उन पर फोड़ दिया. जिस तरह सड़क धंसने से इतना बड़ा गड्ढा हुआ है, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि बस ड्राइवर की सूझबूझ और स्थानीय लोगों की तुरंत सहायता नहीं मिलत तो बड़ा हादसा हो सकता था. अफ़ग़ानिस्तान में 'आतंक राज' के बाद काबुल में लैंड हुआ पहला यात्री विमान 'नेशनल मीट फ्री डे' घोषित हो गांधी जयंती, PETA ने पीएम मोदी को लिखा पत्र नेशनल लेवल के शूटर नमानवीर सिंह बरार की संदिग्ध मौत, शरीर पर गोली के निशान मौजूद