नई दिल्ली: सिंघु बॉर्डर जो फिलहाल किसान आंदोलन के कारण सुर्ख़ियों में था, वह आज सुबह से अलग के कारण ही विवादों में है. किसानों के आंदोलन का मंच जहां लगा हुआ है, उससे कुछ ही दूरी पर एक शख्स की बेदर्दी से मौत के घाट उतार दिया गया है. सोशल मीडिया पर कुछ वीडियोज भी वायरल हो रहे हैं, जो सिरहन पैदा करते हैं. हत्या के फ़ौरन बाद आरोपों का सिलसिला भी शुरू हो चुका है. किसान संगठनों ने एक झटके में खुद को निहंग सिखों से अलग कर लिया और उनपर इस क़त्ल का आरोप लगाया. वहीं अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता किसान आंदोलन पर सवाल खड़े कर रहे हैं. भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने सिंघु बॉर्डर की घटना पर राकेश टिकैत पर हमला बोला है. उन्होंने लिखा है कि, 'यदि राकेश टिकैत ने योगेंद्र यादव के बगल में बैठकर लखीमपुर में हुई मॉब लिंचिंग को जायज नहीं ठहराया होता तो, वह चुप रहते तो कुंडली में आज व्यक्ति की हत्या नहीं होती. किसानों के नाम पर आंदोलन में हो रही अराजकता का पर्दाफाश होना चाहिए.' एक अन्य ट्वीट में अमित मालवीय ने लिखा है कि, दुष्कर्म, हत्या, वैश्यावृत्ति, हिंसा और अराजकता. किसान आंदोलन के नाम पर यह सब हुआ है.' सबूत मांगे जाएंगे! लीजिए वीडियो भी सामने आ गया! बहुत ही शर्मनाक। किसानों के नाम पर इस आंदोलन में सभी असामाजिक तत्व भरे पड़े हैं। इसका और क्या सबूत चाहिए। pic.twitter.com/BgqLi2ruWt — Pinky Rajpurohit (ABP News) ???????? (@Madrassan_Pinky) October 15, 2021 उन्होंने आगे लिखा कि, अब हरियाणा के कुंडली बॉर्डर पर युवक की निर्मम हत्या. आखिर हो क्या रहा है? किसान आंदोलन के नाम पर यह अराजकता करने वाले ये लोग कौन हैं जो किसानों को बदनाम कर रहे हैं? वहीं, भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने भी एक वीडियो रिट्वीट किया है, जिसको सिंघु बॉर्डर पर हुई हत्या के बारे में बताया जा रहा है. इस ट्वीट में लिखा है कि कि इस आंदोलन में असामाजिक तत्व मौजूद हैं और वीडियो उसका प्रमाण है. भाजपा किसान मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक इस माह दिल्ली में होगी समाप्त चूल्हे-चौके के साथ-साथ गांव की महिलाओं ने संभाला ट्रैक्टर का स्टेयरिंग यूपी में योगी सरकार बढ़ाएगी सैनिक स्कूलों की संख्या