लंदन। देश के विभिन्न बैंको से 10 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का कर्जा लेकर भागे भगोड़े आरोपी विजय माल्या ने हाल ही में एक बेहद चौकाने वाला दावा किया है। माल्या ने कहा है कि देश छोड़ कर भागा नहीं था, बल्कि वो तो उल्टा भारत छोड़ने से पहले वित्त मंत्री से मिल कर गया था। देश के लुटेरे बने देश के दामाद ! आरोपी विजय माल्या ने यह बात हाल ही में लंदन की एक अदालत में अपनी पेशी के दौरान कही है। उसने दावा किया है कि उसे भारत में राजनीति का शिकार बनाया गया था। उसने यह भी बताया कि उसने कर्नाटक हाई कोर्ट के सामने अपने खिलाफ दर्ज मामलो में समझौते की पेशकश भी की थी। इससे पहले भगोड़े आरोपी विजय माल्या के वकील ने भी यह दावा किया तह था कि आईडीबीआई बैंक के अधिकारियों को माल्या की कंपनी किंगफिशर एयरलाइन के कर्ज में दबे होने की जानकारी थी। माल्या प्रत्यर्पण केस: भारत ने ब्रिटेन को सौंपा जेल का वीडियो उल्लेखनीय है कि विजय माल्या की कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस पर 2014 तक देश के विभिन्न बैंकों का 6,963 करोड़ रुपए का कर्जा बकाया था। लेकिन माल्या ने लम्बे समय तक इस कर्ज का भुगतान नहीं किया और इस वजह से कर्ज पर ब्याज के बाद माल्या का कुल कर्ज 9990 करोड़ रुपए से ज्यादा हो गया है। इस मामले के खुलासे के बाद माल्या 2016 में भारत से भाग गया था। ख़बरें और भी मलयालम नॉवेल पर बैन लगाने की याचिका सुप्रीम कोर्ट में ख़ारिज विजय माल्या की अब खैर नहीं, होगी अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई केरल बाढ़: मुख्यमंत्री ने किया दुनिया भर के मलयालियों का आह्वान, कहा एक महीने का वेतन पीड़ितों के लिए दें