(Vijaya Ekadashi 2020) फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को विजया एकादशी के नाम से जाना जाता है.वहीं ऐसा माना जाता है कि भगवान श्री राम ने भी लंका विजय के लिए इस व्रत विधान को किया था. इसके साथ ही व्यक्ति के जीवन की सभी मुश्किलों जैसे शत्रु बाधा व्यापार और नौकरी की परेशानी तथा सेहत की दिक्कत इसी व्रत से खत्म हो सकती है. इसके अलावा विजया एकादशी पर पीले फूल और केसर के द्वारा भगवान विष्णु (Vijaya Ekadashi date and time) की पूजा अर्चना की जाती है. वहीं व्यक्ति को सुबह स्नान करके भगवान विष्णु की पीले फूलों से पूजा करनी चाहिए और उन्हें पीले फल और वस्त्र अर्पण करने चाहिए. इसके साथ ही इस दिन केसर का तिलक भगवान विष्णु (Lord Vishnu) को लगाएं ऐसा करने से व्यक्ति को पुण्य की प्राप्ति होती है और मन की इच्छा पूरी होती है. विजया एकादशी पर कौन सी सावधानियां बरतें 1. विजया एकादशी के दिन सूर्योदय से पहले उठे स्नान करके साफ हल्के रंग के कपड़े पहने 2. घर में प्याज लहसुन और तामसिक भोजन का बिल्कुल भी प्रयोग ना करें 3. सुबह और शाम एकादशी की पूजा (Vijaya Ekadashi puja) पाठ में साफ-सुथरे कपड़े पहन कर ही व्रत कथा सुने 4. विजया एकादशी की पूजा में हर कार्य में विजय के लिए शांति पूर्वक माहौल बनाए रखें 5. विजया एकादशी पर एक आसन पर बैठकर ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का 108 बाहर जाप जरूर करें क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त विजया एकादशी की पूजा का शुभ मुहूर्त (Vijaya Ekadashi shubh muhurt) सुर्योदय के बाद दोपहर 3 बजकर 01 मिनट तक है. विजया एकादशी पर कैसे करें पूजा? - एक दिन पहले यानी दशमी तिथि को एक कलश शुद्ध जल से भरें और घर के पूजा स्थल में रखें - कलश पर आम के पत्ते रखकर उसपर एक नारियल स्थापित करें तथा श्री विष्णु जी की फोटो या चित्र को पीले वस्त्र पर स्थापित करें - फिर एकादशी के दिन सुबह उठकर स्नान करें और पीले चन्दन/पीले फूल/पीली मिठाई/लौंग सुपारी इत्यादि से पूजन करें - धूप दीप जलाएं और एकादशी की कथा सुने और मन ही मन विष्णु जी से अपनी समस्या कहें - कथा सम्पूर्ण होने पर श्रीविष्णु जी की आरती करें - फिर द्वादशी के दिन कलश लेकर किसी विष्णु मंदिर में रख आएं - ब्राह्मणों और जरूरतमंद लोगों को सामर्थ्य अनुसार दान भी दें उसके बाद स्वयं खाना खाएं विजया एकादशी पर करे महाउपाय - सुबह के समय जल्दी उठें और स्नान के जल में केसर डालकर स्नान करें - सूर्य नारायण को जल में केसर के डाल कर अर्घ्य दे - भगवान विष्णु या राम दरबार के चित्र को अपने सामने स्थापित करें - ग्यारह की संख्या में केले/लड्डू/फल/बादाम/मुन्नका आदि पूजा में रखें और दीया जलाएं - ॐ क्लीं कृष्णाय नमः मंत्र का तीन माला जाप करें - जाप के बाद यह फल सामग्री जरूरतमंद लोगों में बाट दें हर कार्य मे सफलता का योग बनेगा माँ लक्ष्मी के इस महा मन्त्र के जाप से होने लगेगी धन की वर्षा शनि की स्थिति जानिये बिना कुंडली और हाथ की रेखा देखे पाना चाहते है मुसीबतों से छुटकारा तो, ऐसे करें चन्द्रमा और मंगल देव को प्रसन्न