गांधीनगर। भारतीय जनता पार्टी के लिए, यह बेहद उत्साह और प्रसन्नता की बात है कि, गुजरात के मौजूदा मुख्यमंत्री और राजकोट पश्चिम से विधानसभा प्रत्याशी विजय रूपाणी ने जीत दर्ज की है। रूझानों में वे आगे चल रहे थे। मगर, बाद में उनके जीतने की घोषणा की गई। रूपाणी की जीत की घोषणा होते ही भाजपा कार्यकर्ता और समर्थक ढोल - ताशों की गूंज पर झूमने लगे। सभी एक दूसरे को बधाईयां दे रहे थे। कार्यकर्ताओं ने विजय रूपाणी को गले लगा लिया और उन्हें शुभकामनाऐं दीं। उन्हें मिठाई खिलाई गई। राजकोट भाजपा कार्यालय फूलों से पट गया। यहां पटाखों की ध्वनि सुनाई देने लगी। कार्यकर्ता रूपाणी की जीत से उत्साहित थे। रूपाणी अब निर्वाचन अधिकारी से अपना प्रमाणपत्र प्राप्त करेंगे। उल्लेखनीय है कि, विजय रूपाणी का जन्म 2 अगस्त 1956 को बर्मा के रंगून में हुआ था। उनके माता - पिता मायाबेन और रमनीकलाल रूपानी जैन बनिया परिवार के हैं। वर्ष 1960 में उनका परिवार, राजकोट आ गया। यहां उन्होंने धर्मेंद्र सिंह आर्ट महाविद्यालय से बीए का अध्ययन किया और, सौराष्ट्र विश्वविद्यालय से एलएलबी का अध्ययन किया। विजय रूपाणी का विवाह अंजलि रूपाणी से हुआ। उनके दो पुत्र और एक पुत्री हैं। विजय रूपाणी वर्ष 1978 से 1981 तक आरएसएस के प्रचारक रहे। वे 1987 में राजकोट म्यूनिसिपल काॅर्पोरेशन के पार्षद चुने गए। उनका, राजनीतिक सफर आरएसएस से प्रारंभ हुआ वे नगर निगम में पार्षद बनने के बाद एक के बाद एक उपलब्धि हासिल करते रहे। वर्ष 1996 से 1997 में वे राजकोट के माहौर भी निर्वाचित हुए। बाद में उन्हें वर्ष 2006 में राज्यसभा सांसद निर्वाचित किया गया। वे कर्नाटक राज्य के राज्यपाल रहे हैं उन्हें प्रशासन और राजनीति का अच्छा अनुभव रहा है। वर्ष 2014 में उन्हें आनन्दीबेन पटेल के स्थान पर गुजरात राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया। इसके बाद, विधानसभा चुनाव के लिए, भाजपा ने उनके नेतृत्व का लाभ लिया। एक्जिट पोल के संकेतों से झूमा शेयर बाजार गुजरात विधानसभा चुनाव - रूझानों में भाजपा को बढ़त इस नारे के सहारे कांग्रेस ने भाजपा से लिया मोर्चा गुजरात में जीत के लिए कश्मकश जारी