मुंबई: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज विनोद कांबली ने कहा है कि उन्होंने कोच बनने का फैसला दोस्त और टीम के साथी रहे सचिन तेंडुलकर की सलाह पर किया है। सचिन और भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज विनोद कांबली बचपन के दोस्त हैं. सचिन और कांबली दिग्गज क्रिकेट कोच रमाकांत आचरेकर के शिष्य है। अपनी दोस्ती के लिए मशहूर इन दोनों खिलाड़ियों ने भारत का प्रतिनिधित्व भी किया है। हाल ही में हुए एक इंटरव्यू में कांबली ने कहा कि, ‘जब मैंने क्रिकेट से संन्याय लिया था, तब मैंने कमेंट्री या टीवी पर विशेषज्ञ बनने के बारे में सोचा लेकिन क्रिकेट के प्रति मेरा प्यार हमेशा बना रहा, इसलिए मैं फिर से मैदान पर आ रहा हूं।’ बाएं हाथ का यह पूर्व बल्लेबाज मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के बांद्रा कुर्ला परिसर में एक क्रिकेट कोचिंग अकादमी के लॉन्च के मौके पर मौजूद था. इस अकादमी में वह कोचिंग सत्र आयोजित करेंगे. लगातार दो टेस्ट मैच में दोहरा शतक लगाने वाले देश के पहले बल्लेबाज कांबली ने कहा, 'सचिन को पता है मुझे क्रिकेट से कितना लगाव है, इसलिये उन्होंने मुझ से कहा कि मैं कोचिंग देना शुरू करूं. उन्होंने मुझे जो रास्ता दिखाया मैं उस पर चलने की कोशिश कर रहा हूं.' एजे स्टाइल्स के लिए लकी है 2018 क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को आईसीसी की फटकार यूरोप में ब्राजील के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बने नेमार