इम्फाल: जातीय हिंसा से बुरी तरह जूझ रहे मणिपुर के इंफाल शहर में सुरक्षाबलों और भीड़ के बीच शुक्रवार (16 जून) की रात को हुई झड़पों में दो नागरिक जख्मी हो गए। अधिकारियों ने शनिवार को जानकारी दी है कि इंफाल में भीड़ ने भाजपा नेताओं के घर जलाने का भी प्रयास किया। वहीं, मणिपुर के बिष्णुपुर जिले के क्वाकटा और चुराचांदपुर जिले के कंगवई में पूरी रात फायरिंग होने की जानकारी सामने आई है। इंफाल पश्चिम के इरिंगबाम पुलिस थाने में लूट का प्रयास किया गया। हालांकि, इस दौरान कोई हथियार चोरी नहीं हुआ। अधिकारियों के मुताबिक, दंगाइयों को एकत्रित होने से रोकने के लिए सेना, असम राइफल्स और RAF ने इंफाल में आधी रात तक संयुक्त मार्च निकाला। उन्होंने बताया कि करीब 1,000 लोगों की भीड़ ने महल परिसर के पास स्थित इमारतों में आग लगाने का प्रयास किया। अधिकारियों के अनुसार, RAF ने भीड़ को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और रबड़ की गोलियां चलाईं। इंफाल में भीड़ ने MLA बिस्वजीत के घर में आग लगाने का प्रयास किया। हालांकि, RAF की टुकड़ी ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया। आधी रात के लगभग इंफाल में पोरमपेट के पास भाजपा (महिला शाखा) की प्रमुख शारदा देवी के घर में भीड़ ने तोड़फोड़ मचाने की कोशिश की। सुरक्षाबलों ने युवकों को खदेड़ दिया। अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले दिन में भीड़ ने शुक्रवार को इंफाल शहर के बीचोंबीच ट्रैफिक जाम कर दिया और संपत्ति को आग के हवाले कर दिया। 'कांग्रेस के 2 और विधायकों को मंत्री बनाएंगे नितीश कुमार..', 2024 से पहले चल रही बड़ी तैयारी 'इस तरह की चीज़ें मुझे गुस्सा दिलाती हैं..', ब्रिटेन में भारतीय दूतावास पर हमले को लेकर भड़के एस जयशंकर 'आत्मनिर्भरता विकल्प नहीं, बल्कि भारत की जरूरत..', राजनाथ सिंह बोले- ब्रह्मोस मिसाइल और ड्रोन भी बनाएगा यूपी डिफेंस कॉरीडोर