श्रीनगर। जम्मू - कश्मीर राज्य में तनाव और हिंसा के हालात हैं हालात ये हैं कि यहां पर बड़े पैमाने पर स्कूलों को निशाना बनाया जा रहा है। हालात ये हें कि बीते 115 दिन के उपद्रवी माहौल में 25 स्कूलों में आगजनी की गई। स्कूलों में आग लगाए जाने के मामले के बाद प्रशासन मुस्तैद हो गया है हालांकि प्रशासन द्वारा सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं लेकिन उच्च न्यायालय ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए हैं। घाटी में तनावपूर्ण माहौल है। न्यायालय ने तीन जवाबदार अधिकारियों को निर्देश दिए हें कि वे अन्य अधिकारियों और उच्च अधिकारियों के साथ बैठकर शिक्षण संस्थानों में सुरक्षा की व्यवस्था करें और इन संस्थानों की सुरक्षा को सुनिश्चित करें। उच्च न्यायालय ने कश्मीर घाटी में बीते 115 दिन से जारी अशांति के मध्य लगभग 25 विद्यालयों में आग लगाए जाने की खबरों पर संज्ञान लिया। यहां पर होने वाली हिंसा की घटनाओं को रोकने और अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के लिए न्यायालय ने निर्देशित किया है। गौरतलब है कि राज्य में आतंकी बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद से ही कश्मीर में तनाव के हालात हैं। यहां पर उपजी हिंसा को लगभग रोक लिया गया था लेकिन दीपावली के कुछ पहले फिर हिंसा तेजी से भड़क गई हालांकि 115 दिन से हिंसा की छिटपुट वारदातें जरूर हो रही थीं। दूसरी ओर राज्य के शिक्षामंत्री ने कहा है कि हिंसा की घटनाऐं लूटपाट करने वाले और बेगुनाहों पर पथराव करने वाले हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई किए जाने की बात भी उन्होंने की। गौरतलब है कि हिंसा की घटनाओं को लेकर अलगाववादियों की आलोचना की जा रही है। मजीठिया पर बरसे केजरीवाल , तीन माह में गिरफ्तारी की दी चुनौती