बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की आज 127वीं जयंती के मौके पर देश भर में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं. मगर इस मौके पर पंजाब के फगवाड़ा में हिंसा की ख़बर सामने आई है. उधर, गुजरात में एक बीजेपी सांसद को बाबासाहब अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने से रोक दिया गया. जिसके बाद दलित नेता जिग्नेश मेवानी के कुछ समर्थकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. कपूरथला जिले के फगवाड़ा में पेपर चौक पर संविधान स्थल पर डॉ. भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति लगी है. बीती देर रात किसी ने अफवाह फैला दी कि कुछ लोग वहां तोड़फोड़ कर रहे हैं. यह अफवाह आग की तरह वहां फैल गई और भारी संख्या में दलित समुदाय के लोग वहां जमा हो गए. दूसरे तरफ से कुछ हिंदूवादी संगठनों के लोग भी आ गए. इसी दौरान दोनों पक्षों के बीच अचानक पत्थरबाजी शुरू हो गई. जो बाद में गोलीबारी में बदल गई. दोनों तरफ से फायरिंग हुई, जिसमें दो लोगों को गोली लग गई. जबकि 6 अन्य लोग घायल हो गए. सभी को उपाचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. इससे पहले वहां कई वाहनों में भी तोड़-फोड़ की गई. शनिवार की सुबह कुछ बीजेपी के कुछ नेताओं ने संविधान स्थल की तरफ जाने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया. पुलिस ने बामुश्किल हालात को काबू में किया. इलाके में अब कर्फ्यू जैसे हालात बने हुए हैं. भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. जिले के एसपी परमिंदर सिंह भण्डाल खुद मौके पर डेरा डाले हुए हैं. गौरतलब है कि गुजरात में एक बीजेपी सांसद को बाबासाहब अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने से रोक दिया गया. जिसके बाद जिग्नेश के कुछ समर्थकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. जिग्नेश ने एक ट्वीट में कहा कि बीजेपी के नेताओ का विरोध करते वक्त आदिवासी नेता सुबोध परमार, भरत शाह, जगदीश चावड़ा, राजु वलवईकर और दलित पेंथर विपिन रॉय को सारंगपुर से हिरासत में लिया गया. ST/SC के छालों पर मोदी ने पहनाई चप्पल धूमधाम से मना ओडिशा का नव वर्ष बाबा साहब जयंती: सिर्फ दलितों के नहीं सभी शोषित तबकों के नेता थे साहब