नई दिल्ली: संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत को लेकर विवाद समाप्त नहीं हो रहा है, सुप्रीम कोर्ट के हरी झंडी दिखाने के बाद भी करणी सेना फिल्म को लेकर अपना विरोध हिंसक तरीके से जता रही है. अब इस विवाद में उन्हें पाटीदार नेता हार्दिक पटेल का भी साथ मिल गया है, जिनके विरोध के बाद अहमदाबाद में भी तोड़ फोड़ और आगज़नी का मामला सामने आया था. जहां एक और फिल्म के विरोध में लोग इकट्ठे हो रहे हैं, वही कुछ लोग भंसाली का भी समर्थन कर रहे हैं. हाल ही मे, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने फिल्म के समर्थन में अपना बयां दिया है, उन्होंने कहा कि, मैंने फिल्म देखी है फिल्म में ऐसी कोई बात नहीं जिससे राजपूतों की भावनाएं आहत हो, बल्कि फिल्म में तो राजपूतों की बहादुरी को बेहतरीन ढंग से पेश किया गया है. उन्होंने हिंसा करने वाले राजपूतों का बहिष्कार करने की भी मांग समस्त राजपूत समाज से की. सिसोदिया ने भाजपा पर भी निशाना साधा कहा कि, "भाजपा सबको लड़वाती है और सब लड़ते हैं." सिसोदिया ने आगे कहा कि, बच्चों के बसों में पत्थर मरने वाले, गाड़ियों में आग लगाने वाले, गरीबों के घर उजड़ने वाले कभी राजपूत हो ही नहीं सकते, और ये मैं इसलिए जानता हूं क्योंकि, मैं खुद राजपूत हूं. उनके साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल भी मैदान में उतर आए उन्होंने कहा कि, संविधान बनाने वालों ने संविधान ये सोचकर बनाया होगा कि देश शिक्षित हो, देश में धर्म और जाति का भेदभाव नहीं हो. उन्होंने ये नहीं सोचा था कि जाति के नाम पर आज दंगे कराए जाएंगे. विश्व में भारत के बढ़ते कद से परेशान चीन नाभा जेल ब्रेक के मास्टरमाइंड विकी गोंडर का एनकाउंटर पद्मावत विरोध के आगामी परिणाम