आज भारत में शायद ही कोई ऐसा शख़्स हो जो विराट कोहली के चर्चे न कर रहा हो, आखिर भारतीय क्रिकेट टीम को अपने बूते पर 20 -20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल तक पहुंचाने वाले इस खिलाड़ी को इतनी तवज्जो तो मिलनी ही चाहिए. लेकिन हमेशा से ऐसा नहीं था. विराट भी कभी दिल्ली की गलियों में घूमने वाला एक आम लड़का था और यह नेम अौर फेम उन्होंने बड़ी मेहनत और तमाम मुश्किलों को पार करते हुए हासिल किया है. आज बात विराट पर कि उनसे कौन सी 7 चीजें सीखी जा सकती हैं... काम के प्रति लगाव जीत के लिए काम से लगाव जरूरी है और इसके लिए आपको कभी-कभी अपने लिए लड़ना भी होगा और गुस्सा भी जाहिर करना होगा. यहां आपको इस बात को समझने की जरूरत है कि जिंदगी क्रिकेट का मैदान नहीं हैं और आपको चेक-बैलेंस रखना पड़ता है. थोड़े से अधिक एग्रेसिव होने से मामला गड़बड़ा सकता है. टीम स्पिरिट क्रिकेट एक ऐसा खेल है जहां पूरी टीम के अच्छे होने पर ही मैच जीता जा सकता है. किसी एक खिलाड़ी के अच्छा खेलने पर भी टीम हार जाती है. आप यदि कहीं काम कर रहे हों तो वहां अपने टीम के साथियों के साथ सामंजस्य बना कर चलें. ऐसा करने से आपका मन भी लगा रहेगा और आपकी ग्रोथ की संभावना भी बेहतरीन होगी. राष्ट्रप्रेम विराट कल टीम का हिस्सा नहीं थे और शायद कल नहीं भी रहेंगे और वे इस बात को भली-भांति समझते हैं. वे अपने राष्ट्रप्रेम को प्रदर्शित करने के लिए और कड़ी मेहनत करते हैं. आप भी उनसे राष्ट्रप्रेम सीख सकते हैं. फिटनेस एक बांका नौजवान हमेशा खुद को चुस्त-दुरुस्त रखता है और विराट इसके चलते-फिरते उदाहरण हैं. तो इसीलिए जरूरत है कि आप भी दूसरों को समय देने के बजाय खुद पर मेहनत करें. बाद बाकी सफल होने पर सभी आपके लुक और स्टाइल पर बातें करेंगे. कभी न हार मानने का जज्बा किलर इन्सटिंक्ट बोले तो अदम्य इच्छाशक्ति. चाहे स्थितियां कितनी भी विपरीत क्यों न हों आप अंत तक हार न मानें. वैसे तो भारतीय क्रिकेट टीम में किलर इन्सटिंक्ट की शुरुआत का क्रेडिट सौरव गांगुली को जाता है मगर विराट उसे दूसरे लेवल पर ले गए. एकाग्रता एक छोटी सी गेंद जो बहुत ही तेज रफ्तार से किसी की ओर बढ़ रही हो और आपको उसे सीमा से पार पहुंचा कर रन भी बनाने हों तो आपको अर्जुन जैसी एकाग्रता चाहिए होती है. विराट इस मामले में अव्वल हैं और आप भी उनसे यह गुर सीख सकते हैं. तेजी व चपलता वैसे तो हमारी जिंदगी भी किसी खेल के मैदान से कम नहीं और यहां भी सफल होने के लिए बेहद तेज-तर्रार होने की जरूरत पड़ती है. इस तेजी को देखने के लिए विराट से बेहतर इन दिनों कौन हो सकता है. तो उनकी यह क्वालिटी भी आगे बढ़ने के लिए अपनी पर्सनैलिटी में शामिल कर लें.