T-20 विश्वकप में इंडियन टीम कि यात्रा समाप्त हो गई है। इसी के साथ एक बड़ा अध्याय भी समाप्त हुआ, विराट कोहली अब टी-20 फॉर्मेट में इंडियन टीम की कप्तानी करते हुए नहीं नजर आएंगे। विराट कोहली ने नामीबिया के विरुद्ध मैच समाप्त होने के पश्चात् बतौर कप्तान अपने सफर तथा T-20 विश्वकप में भारतीय टीम के प्रदर्शन पर चर्चा की। T-20 की कप्तानी छोड़ने पर कैसा लग रहा है, इस प्रश्न पर विराट कोहली ने बोला, ‘सबसे पहले राहत महसूस हो रही है। ये मेरे लिए गर्व का पल रहा है मगर हमें प्रत्येक चीज़ें को सही दिशा में बढ़ते हुए देखना चाहिए। वर्कलोड को मैनेज करने का यही सबसे सही पल था। बीते 6-7 वर्ष से निरंतर क्रिकेट चल रहा था।’ विराट कोहली बोले, ‘एक टीम के रूप में हमने बेहतरीन खेल दिखाया है। हां, हम इस विश्वकप में आगे नहीं बढ़ पाए मगर T-20 में हमने बेहतर परिणाम दिए तथा एक-दूसरे के साथ खेलना पसंद किया। आरम्भिक दो मैचों में यदि उन दो ओवरों में अच्छा इंटेंट होता तो परिणाम कुछ और हो सकता था। वही जब विराट कोहली से प्रश्न हुआ कि क्या अब भी वह क्षेत्र पर उसी जोश के साथ नजर आएंगे, जैसा कि बतौर कप्तान नजर आते हैं। तब विराट कोहली ने कहा, ‘वो तो कभी बदलने वाला नहीं है। यदि मैं वैसा नहीं कर पाऊंगा तब और नहीं खेलूंगा। जब मैं कप्तान नहीं था, तब भी मैं पूरे जोश के साथ गेम में रहता था। मैं केवल खड़ा होकर कुछ नहीं करने वाला नहीं हूं। विराट कोहली ने ये भी कहा कि वो नामीबिया के विरुद्ध बैटिंग करने क्यों नहीं उतरे। विराट कोहली ने कहा, कि सूर्यकुमार यादव को टूर्नामेंट में अधिक बैटिंग नहीं प्राप्त हुई। एक युवा प्लेयर अपना टूर्नामेंट हाई-नोट पर समाप्त करना चाहता है, जिससे वो अच्छी याद ले जा सके। ऐसे में बेहतर था कि वही क्रीज़ पर जाएं। Video: जाते-जाते टीम इंडिया को 70 सेकंड का 'गुरु मन्त्र' दे गए रवि शास्त्री टीम इंडिया का वर्ल्ड कप सफर ख़त्म, अंतिम मैच में नामीबिया को 9 विकेट से हराया T20 World Cup: क्या IPL के कारण हारी टीम इंडिया ? जानिए क्या बोले कपिल देव