बीजेपी नेता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) ने पैगंबर मोहम्मद पर जो बयान दिया उसके बाद से मुस्लिम जनता की तरफ से कईं तरह की प्रक्रियाएं देखने मिल रही हैं। जी दरअसल कई मुस्लिम है जो उनके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं कई ऐसे भी लोग हैं जो उनके सपोर्ट के लिए आगे आ रहे हैं। आप सभी को बता दें कि नूपुर शर्मा के विरोध में देशभर में जो प्रदर्शन हो रहे हैं, उनमें से कर्नाटक में हो रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान एक ऐसा दृश्य देखने मिला, जिसे देखकर सभी लोग दंग रह गए। जी दरअसल कर्नाटक में प्रदर्शनकारियों (मुस्लिम भीड़) ने नूपुर शर्मा के पुतले को फांसी पर लटका दिया। जी हाँ और अब कर्नाटक में हुई इस घटना के फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं। अब इसी को देखकर 'द कश्मीर फाइल्स' के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) ने फोटो को शेयर करते हुए, प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने प्रदर्शनकारियों के इरादों पर कुछ तीखें सवाल खड़े किए हैं। जी दरअसल अपने ट्वीट में उन्होंने इस तरह के प्रदर्शन की तुलना खिलाफत मोमेंट से की है। आप देख सकते हैं इस पूरे मामले को लेकर विवेक अग्निहोत्री ने दो ट्वीट करते हुए ऐसे प्रदर्शकारियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने अपने पहले ट्वीट में फोटो पोस्ट करते हुए लिखा है, 'माफ कीजिए दोस्तों, लेकिन यह (फोटो में दिखाई गई जगह) न तो ईरान है न ही इराक और न ही सीरिया। यह आज का भारत देश है। यह पुतला आज के दिन लटकाया गया है, अगर इस तरह की हरकत करने वालों को तुरंत सजा नहीं दी गई, तो देश में एक ऐसा वक्त भी आएगा जब इस तरह से असल में लोग लटके हुए नजर आएंगे। इस घटना को देखकर लग रहा है कि खिलाफत आंदोलन आज भी जिंदा है।' इसी के साथ अपने दूसरे ट्वीट में विवेक लिखते हैं कि, 'मेरे प्यारे शिक्षित मुस्लिम भाइयों, अब खिलाफत 2 के खिलाफ आवाज उठाने की आप की बारी है। इस तरह के आतंकवाद के खिलाफ खड़े होने का समय आ गया है। आप सिर्फ शांति, सद्भाव और एकता के बारे में शिकायत नहीं कर सकते। अब आपको इस तरह की घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाना होगा, धिक्कार है इस तरह से चुप रहने वालों पर।' 'धड़ से अलग नूपुर शर्मा का सर।।', कश्मीर के फैसल वानी का वीडियो वायरल पैगम्बर विवाद: यूपी पुलिस ने 229 उपद्रवियों को पकड़ा, जुमे की नमाज़ के बाद भड़की थी हिंसा 'अशोक चक्र की जगह इस्लामिक कलमा।।', पैगम्बर विवाद से आहत मुस्लिम भीड़ ने कर डाला तिरंगे का अपमान