वॉक्सवैगन एक जर्मनी की कार उत्पादन कंपनी है. जिसका मुख्यालय वोल्फ़्सबर्ग, जर्मनी में है. यह कंपनी 28 मई 1937 को यहाँ स्थापित हुई थी. इस कंपनी ने वर्ष 1975 को सबसे अधिक बिक्री करने वाली कंपनी बन गया. यह अब विश्व में टोयोटा के बाद दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है. वॉक्सवैगन वास्तविक रूप से 1937 में बना था. 1930 के समय जर्मनी में कंपनीयाँ मुख्य रूप से महँगी कार ही बनाते थे. उस समय यह वाहन किसी माध्यम वर्गीय जर्मनी लोगों के खरीदने से बहुत दूर था.. इसके परिणाम स्वरूप केवल 50 में से केवल 1 व्यक्ति के पास ही कार होती थी. इस वर्ग के लिए कार बनाने में नया बाजार देखने वाले लोग इस परियोजना पर कार्य शुरू कर दिये थे. लेकिन यह परियोजना नई नहीं थी. इससे पहले बेला बरेनी ने भी इस तरह के कार की रूपरेखा 1920 के आसपास बनाई थी. इसी के साथ ही जोसेफ गंज ने भी एक तरह का जर्मन वॉक्सवैगन बनाया था. इसके लिए हनोमग नामक जर्मनी कंपनी इसके लिए 2/10 पीएस का कोमीस्सब्रोट नामक एक छोटा इंजिन बनाया. यह कंपनी इस के लिए 1925 से 1928 तक यह कार्य करती रही. आज दुनिया भर के 19 देशों में वॉक्सवैगन का साम्राज्य फैला हुआ है ओर लक्जरी कारों की दुनिया में ये एक जाना माना नाम है. वॉक्सवैगन के काफिले में शामदार महनगी कारे और भारत जैसे देश के ग्राहकों के लाइट इकोनॉमी लक्जरी कारें भी शामिल है. जर्मन की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी वॉक्सवैगन 2020 से पहले अपनी नई टी-रॉक कैब्रियोलेट को मैदान में उतरने की कवायद में जुट गई है. वॉक्सवैगन साल 2020 तक 19 SUV बाजार में उतारने जा रही है. फॉक्सवैगन 19 नई SUV ला रही है होश उड़ाने आ रही हार्ले-डेविडसन की पहली इलेक्ट्रिक बाइक बजाज और KTM की Husqvarna के लिए करना पड़ेगा इंतज़ार