कल शाम 5 बजे कर्नाटक विधान सभा चुनाव में प्रचार का शोर थम गया और 12 मई को सूबे में मतदान है. सारी तैयारियां कर ली गई है . 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा के लिए राज्य में 56,696 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिसमें 4,96,82,357 (4.96 करोड़) मतदाता अपने मतों का प्रयोग कर नई सरकार का चुनाव करेंगे. साथ साथ पुलिस बल की भारी तैनाती भी सूबे में देखने को मिल रही है सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गए है. कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2018 के परिणामो पर देवगोडा फैक्टर का असर साफ साफ देखा जाना है और किंगमेकर की भूमिका फ़िलहाल वे ही निभा रहे है. मुद्दे जिनको केश करने की कोशिश दोनों प्रमुख दलों ने की है वे भी चुनाव परिणामो पर असर डालने वाले है. बहरहाल देखना दिलचस्प होगा की ऊंट किस करवट बैठता है. कल तक कर्नाटक विधानसभा चुनाव में चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में सभी नेताओं ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है चुनावी रैलियों, जान सभाओ और प्रेस वार्ता के जरिये भी अपनी बात सूबे की जनता तक पहुंचे. चुनाव 12 मई को एक चरण में चुनाव होगा और वोटों की गिनती 15 मई को की जाएगी. बहरहाल बयानबाजियों और आरोप लगाने का दौर थम चूका है. मोदी की दिग्गज टीम के सामने सिद्धारमैया और राहुल कांग्रेस का किला लड़ा रहे है वही देवगौडा फैक्टर का अपना महत्त्व है. अनुमान भी त्रिशंकु की और इशारा कर रहे है ऐसे में चुनावो का दिलचस्प होना तय है. देवगौड़ा को 110 सीट जीतने का भरोसा शाह का दावा- कर्नाटक चुनावों में 130 से ज्यादा सीटें जीतेगी बीजेपी राहुल की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर भाजपा ने दागे सवाल