नई दिल्ली : आखिर वही हुआ जिसकी सम्भावना व्यक्त की जा रही थी,आज वीएचपी से तोगड़िया युग का अंत हो गया और वीएस कोकजे वीएचपी के नए अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए. कोकजे ने तोगड़िया के समर्थक राघव रेड्डी को पराजित किया.बता दें कि कोकजे हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रह चुके हैं. आपको बता दें कि 29 अगस्त 1964 में वीएचपी की स्थापना के बाद पहली बार यह चुनाव हुआ है. अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने के लिए 192 लोगों ने मतदान किया.जिसमें से 131 वोट कोकजे के पक्ष में और 60 वोट राघव रेड्डी के पक्ष में पड़े, जबकि एक वोट अवैध हो गया. पहली बार चुनाव के माध्यम से वीएचपी के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष को चुना गया. गौरतलब है कि प्रवीण तोगड़िया लम्बे समय से आरएसएस और बीजेपी से नाराज चल रहे थे . उन्होंने खुले तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी आलोचना की थी. गुजरात में उन्होंने खुद का एनकाउंटर किए जाने का बयान देकर सनसनी मचा दी थी.ऐसे में तोगड़िया या उनके करीबियों का फिर से चुना जाना शुरू से ही संदिग्ध माना जा रहा था. तोगड़िया ने विश्व हिंदू परिषद में चुनाव होने को करोड़ों लोगों के लिए 'दुखद और आघात' की घटना बताते हुए इसे सामाजिक, धार्मिक संगठन कहा. चुनाव पक्रिया पर रेड्डी ने भी सवाल उठाए जिनका तोगड़िया ने समर्थन किया था . यह भी देखें वीएचपी का पहला चुनाव, पर वोटर लिस्ट गड़बड़ तोगड़िया और रेड्डी की वीएचपी से होगी विदाई