नई दिल्ली : रैंसमवेयर साइबर अटैक जिसने पूरी दुनिया के कंप्‍यूटर जगत में तहलका मचा रखा है. अब भारत पहुंच गया है और पश्‍चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना व केरल जैसे राज्‍यों को प्रभावित कर दिया है. इस साइबर अटैक को इतिहास में सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है. बता दें कि रैनसमवेयर के दुष्‍प्रभावों को देखते हुए आइटी विशेषज्ञों ने सावधानी रखने की सलाह दी है. अब बैंकिंग क्षेत्र में हमला होने की आशंका के चलते बैंकों ने एहतियात के तौर पर आज पुराने सॉफ्टवेयर पर चलने वाले कुछ एटीएम को बंद रखा गया है. वहीं रिजर्व बैंक ने भी बैंकों को रैनसमवेयर के तहत सरकारी संगठन सीईआरटी-इन के निर्देशों का पालन करने की हिदायत दी है. इस बारे में इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम (सीईआरटी-इन) ने ऐसे मौके पर क्या करने और क्या न करने की सूची जारी की है. इस संबंध में साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ शुभमंगला ने बताया कि बहुत राज्य प्रभावित हुए हैं. चिंता की बात यह है कि वे यह नहीं देख रहे हैं कि कौन सा सिस्‍टम प्रभावित है. देश में कुल 2.2 लाख एटीएम हैं. इसमें से अधिकांश पुराने विंडोज एक्सपी ऑपरेटिंग सिस्टम पर चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारे बैंक कुछ घंटों में प्रभावित हो सकते हैं. इसलिए बैंकों को सूचित कर दिया है. विशेषज्ञों ने संस्‍थानों, व्‍यापारों व अन्‍य सेक्‍टरों को जरूरी सावधानी रखने के साथ अपने सिस्‍टम को अपडेट करने को कहा गया है. इस मामले में नई खबर ये है कि यदि आप मोबाइल में इंटरनेट चलाते है तब वायरस मोबाइल में भी अटैक कर सकता है. आईटी एक्सपर्ट्स का मानना है कि एंड्रॉइड फोन पर बड़ी संख्या में इस हमले का खतरा है. यदि आप मोबाइल में आपत्तिजनक वेबसाइट्स खोलते है या अनऑथोराइज्ड रूप से डाउनलोड किए गए एप्लीकेशंस चलाते है तो रैंसमवेयर का हमला हो सकता है. इस समय में Xender जैसे एप्स से डेटा शेयरिंग करना भी हानिकारक हो सकता है. इसलिए मोबाइल यूजर्स किसी पॉपअप पर क्लिक न करे. अंजान एप्लिकेशन को एक्सेस न दे. कम्प्यूटर या लैपटॉप पर ऑथोराइज्ड एंटी वायरस है तो इससे कुछ हद तक बचाव करने में मदद मिल सकते है. किन्तु जरूरी यह भी है कि इन एंटी-वायरस को अपडेट रखा जाए. यद्यपि इनसे सौ प्रतिशत सुरक्षा की गारंटी नहीं मिल पाती. रैंसमवेयर साइबर अटैक का अगला निशाना बन सकते है भारतीय बैंक Ransomware Attack :- रविशंकर बोले ‘रैंसमवेयर' हमले का भारत पर नहीं हुआ गंभीर असर रैनसमवेयर बना सकता है भारतीय बैंकों के एटीएम को निशाना