नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के मंत्री गायत्री प्रजापति और उनके सहायको पर गैंगरेप का आरोप है. इसका शिकार बनी नाबालिग पीड़िता ने कहा है कि वो मंत्री और उनके साथियों को जेल की सलाखों के पीछे देखना चाहती है. इस घटना के आठ महीने बाद भी पीड़िता इस सदमे से उबर नहीं पाई है, उसका दिल्ली के एम्स में इलाज चल रहा है जहां उसे अलग वॉर्ड में रखा गया है. उससे मिलने की अनुमति किसी को नहीं है. मामला यह है कि प्रजापति और उनके कुछ सहयोगियों पर एक महिला ने गैंगरेप का आरोप लगाया था, उसे पार्टी में ऊंची पोस्ट दिलाने का झांसा देकर गैंगरेप किया गया, पीड़िता ने कहा कि वह पहले चुप थी किन्तु जब मंत्री और उनके लोगों ने उसकी नाबालिग बेटी से बदसलूकी की कोशिश की तो इस अपराध के खिलाफ आवाज उठाना बेहतर समझा और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. बता दे कि इस सम्बन्ध में एफआईआर दर्ज न होने पर महिला ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की, सुप्रीम कोर्ट ने प्रजापति के खिलाफ एफआईआर का आदेश देकर केस तो दर्ज करवा दिया किन्तु अखिलेश के मंत्री की गिरफ्तारी अब तक नहीं हुई. न्यूज एजेंसी के अनुसार, नाबालिग पीड़िता हादसे के आठ महीने बाद भी सदमे में है और आधी रात को वॉर्ड से भागने की कोशिश करती है, वह दहशत में रहती है, उसे ऐसा लगता है जैसे प्रजापति के आदमी उसकी तलाश कर रहे हों. ये भी पढ़े मुरैना गैंगरेप में बीजेपी नेता नही है शामिल नाबालिग को गर्भवती करने के आरोप में पादरी गिरफ्तार कारगिल शहीद बेटी मामला: अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज