वॉशिंगटन। अपने प्रांत पर दोबारा कब्ज़ा करने के चक्कर में रासायनिक हथियारों का धड़ल्ले से प्रयोग कर रहे सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद पर अब तीन देशो की सरकारे सख्त हो गयी है। संयुक्त राष्ट्र, फ्रांस और ब्रिटेन की सरकारों ने राष्ट्रपति बशर को चेतावनी दी है कि अगर अब उन्होंने सीरिया के इदलिब प्रांत पर दोबारा कब्जा करने के लिए रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया तो उन पर तीनो देशों की ओर से कठोर कार्यवाई की जाएगी। कश्मीर में सेना के ऑपरेशन में तीन आतंकी ढेर, 597 अब भी बाकी फ़्रांस ब्रिटैन और संयुक्त राष्ट्र ने गुरुवार अपने एक साझा बयान में इस चेतावनी की वजह बताते हुए कहा कि वे इदलिब में चल रही सैन्य कार्रवाई और उससे होने वाले मानवीय और पर्यावरणीय नुकसानों को लेकर बेहद चिंतित हैं। अपने बयान में उन्होंने यह भी कहा कि वे रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की आशंका पर भी चिंता व्यक्त करते हैं और अगर सीरिया शासन दोबारा रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करेगा तो हम कड़ी कार्रवाई करेंगे" जम्मू कश्मीर: बारामुला से घुसपैठ की कोशिश नाकाम, 1 आतंकी ढेर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शामिल इन तीनो देशों ने यह बयान घौटा में सरीन गैस हमले के पांच वर्ष पूरा होने के मौके पर जारी किया है। उस हमले में 300 से अधिक लोग मारे गए थे। गौरतलब है कि बशर-अल असद को सीरिया की सत्ता विरासत में मिली थी। लेकिन सत्ता को बढ़ाने के लिए दशकों से चली आ रही इस लड़ाई में उन्होंने सीरिया को युद्ध का मैदान बना दिया है। ख़बरें और भी जम्‍मू-कश्‍मीर: भाजपा कार्यकर्ता को आतंकियों ने घर में घुसकर गोली मारी काबुल में राकेट हमले, आतंकियों से मुठभेड़ जारी नजरिया: क्या निजाम बदलते ही बदल गई पाकिस्तान की नीति?