यरूशलम: इजरायली सेना ने गाजा में फिलिस्तीनियों पर हमले तेज कर दिए हैं, जिसमें एक ताजा मिसाइल हमले में एक स्कूल को निशाना बनाया गया। इस हमले में 20 से अधिक फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई, और कई अन्य घायल हो गए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायल फिलहाल यह जांच कर रहा है कि हमास के प्रमुख याह्या सिनवार की गाजा शहर के एक स्कूल पर हुए इस हमले में मौत हो गई है या नहीं। इस स्कूल में विस्थापित फिलिस्तीनी नागरिक शरण ले रहे थे। इजरायली सेना का दावा है कि इस हमले का उद्देश्य हमास के कमांड सेंटर को निशाना बनाना था। हालांकि, फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इस हमले में मरने वाले 22 लोगों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। Times of Israel की रिपोर्ट में कहा गया है कि इजरायली अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या आतंकी सिनवार इस हमले में मारा गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, शिन बेट (इजरायली सुरक्षा एजेंसी) ने इस दावे को खारिज किया है और उनका मानना है कि सिनवार अब भी जीवित हैं। याह्या सिनवार, जो 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए हमलों का मास्टरमाइंड माना जाता है, को हाल ही में हमास का चीफ बनाया गया था। इससे पहले इस्माइल हनिया, जो हमास के पूर्व चीफ थे, ईरान में एक विस्फोट में मारा गया था। 1962 में जन्म सिनवार, हमास के शुरुआती सदस्यों में से एक हैं और 1987 में इस संगठन की स्थापना में शामिल था। उसने हमास के सुरक्षा विभाग का नेतृत्व किया था, जिसका काम संगठन में घुसपैठियों और इजरायली जासूसों की पहचान करना था। 1980 के दशक के अंत में सिनवार को इजरायल ने गिरफ्तार कर लिया था। उस पर 12 लोगों की हत्या का आरोप था, जिसमें उसने कबूल किया था कि वह इजरायल के संदिग्ध सहयोगियों को मारने में शामिल था। इस वजह से उन्हें "खान यूनुस का कसाई" कहा जाने लगा। सिनवार को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी, जिसमें दो इजरायली सैनिकों की हत्या का मामला भी शामिल था। जेल में रहते हुए सिनवार ने वहां की स्थितियों में सुधार के लिए विरोध प्रदर्शन किए और इजरायली समाज के बारे में जानकारी हासिल की। 2008 में वो ब्रेन कैंसर से ग्रसित हो गया, हालाँकि, इजरायली डॉक्टरों ने ही इस आतंकी का सफल इलाज करके उसे एक नया जीवन प्रदान किया। 2011 में, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक इजराइली सैनिक की रिहाई के बदले सिनवार को जेल से रिहा कर दिया था। माना जाता है कि मोहम्मद डेफ के साथ मिलकर सिनवार ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए हमले की योजना बनाई थी, जिसमें 1200 से अधिक इजरायली मारे गए थे। इन हमलों के बाद से इजरायल की ओर से गाजा पर लगातार हमले हो रहे हैं, जिनमें अब तक 40 हजार से अधिक फिलिस्तीनी नागरिकों की जान जा चुकी है। केजरीवाल राम, सिसोदिया लक्ष्मण...! जंतर-मंतर पर ये क्या बोल गए AAP नेता ? मोदी-बाइडेन की बैठक से पहले खालिस्तानी संगठनों से मिले अमेरिकी अधिकारी, क्या पका रहा US उत्तराखंड में बाघ का आतंक, DM ने स्कूलों में घोषित किया 2 दिन का अवकाश