अपनी कड़ी मेहनत और सच्ची लगन हो तो विपरीत परिस्थितियां भी प्रतिभाओं का रास्ता नहीं रोक पाई. वहीं यह साबित किया है होली चौक क्वार्सी निवासी 15 वर्षीय एथलीट अमित चौधरी ने. जंहा पिता अजय सिंह चौकीदारी करते हैं. अमित ने दो-दो इवेंट में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2020 में अपना चयन कराया है. जंहा ऐसा करने वाले वो जिले ही नहीं, मंडल के इकलौते खिलाड़ी हैं. 11 से 14 जनवरी तक गुवाहाटी में अमित चौधरी अंडर-17 वर्ग में 1500 मीटर व 3000 मीटर दौड़ में भाग लेंगे. चार जनवरी को प्रयागराज में यूथ गेम्स कैंप में शामिल होने जाएंगे. पिता व बहन भी एथलीट: आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि अमित ने बताया कि पिता अजय 100 व 200 मीटर दौड़ में राज्यस्तर तक भाग ले चुके हैं. बड़ी बहन निधि चौधरी भी नेशनल एथलीट हैं. जंहा वह अभी वो कर्नाटक में खेलने गई हैं. पदक जीता तो बल्ले-बल्ले: वहीं जब इस बारें में उनके पिता अजय से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि खेलो इंडिया में स्वर्ण, रजत या कांस्य पदक जीतने पर सरकार पांच लाख रुपये भी देगी. पांच साल तक 10 हजार रुपये प्रतिमाह राशि भी मिलेगी. उत्कृष्ट प्रशिक्षण देकर ओलंपिक के लिए तैयार किया जाएगा. बिन मांगे मिली मदद: वहीं आगे पिता अजय ने बताया कि एबीके हाईस्कूल एएमयू के खेल प्रशिक्षक शमशाद निसार आजमी ने अमित को किट, एक हजार रुपये व आने-जाने का टिकट कराकर दिया. तीन दिन पहले शमशाद बेटे को डीएम के पास ले गए थे. डीएम ने 11 हजार रुपये देकर किट दिलाने का भी आश्र्वासन दिया. रुपये जोड़कर खरीदे जूते: हम आपको बता दें कि अमित ने बताया कि 2016 में खेलना शुरू किया. दादी-पापा से मिले रुपयों को जोड़कर पहली बार 1500 रुपये में जूते खरीदे थे. वे ब्रिलिएंट पब्लिक स्कूल में 11वीं के छात्र हैं. स्कूल से भी सपोर्ट मिलता है. स्कूल में उनकी फीस माफ है. रशीद लतीफ़ को BCCI प्रमुख से उम्मीद, कहा- अगर सौरव मदद करें तो हो सकता है ये काम... Ind Vs SL : टी 20 सीरीज का पहला मुकाबला कल, श्रीलंका के खिलाफ शानदार रहा है टीम इंडिया का रिकॉर्ड चोटिल होने की वजह से सुशील कुमार नहीं ले पाएंगे ओलंपिक ट्रायल में हिस्सा