विद्यार्थी छात्रावास में इसलिए जाकर पढाई करते हैं ताकि वो पढाई पर ध्यान लगा सकें और अच्छे से पढाई कर पाए. दमोह जिले के एक बालिका छात्रावास में छत्राओं को मूलभूत सुविधा के लिए भी परेशान होना पड़ रहा है. दअरसल दमोह जिले में मड़ियादो में स्थित एक सर्व शिक्षा अभियान के शासकीय बालिका छात्रावास में शौचालय में भी पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है. छात्रावास में पानी न होने के कारण से बालिकाओं को शौच के लिए प्रतिदिन लगभग दो किलोमीटर दूर तक जाना पड़ रहा है. ये मामला जैसे ही जिले के कलेक्टर के पास पहुंची वैसे ही उन्होंने पानी की व्यवस्था के लिए पीएचई को पत्र भी लिखा है. हालांकि पीएचई का कहना है कि पानी नहीं होने के कारण छत्रावास में पानी सप्लाय नहीं किया जा पा रहा है. ये भी बताया जा रहा है कि छत्रावास में स्थित दोनों पानी की बोरवेल खराब है. पानी न होने के कारण छात्राएं समूह बनाकर सुबह और शाम शौच के लिए लगभग दो किलोमीटर दूर तक जाती है. हालंकि इस दौरान छात्राओं को शौच के लिए सुरक्षित ले जाने और वापस लाने के लिए सहायक वार्डन भी साथ में रहती हैं. वेयरहाउस में रखे गेहूं में मिलावट का पता चला निरहुआ ने एक स्केड्यूल में कम्पलीट की दो फ़िल्में ATS के पूर्व चीफ हिमांशु रॉय ने की ख़ुदकुशी