आखिर क्यों खतरे के स्तर पर पहुंच रहा यमुना नदी का जलस्तर ?

भारत की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बाढ़ का खतरा गहराता जा रहा है. हरियाणा के हाथिनी कुंड बैराज से मंगलवार प्रातह 8 बजे 13433 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. इससे यमुना नदी के जल स्तर में वृध्दि देखने को मिला है. खास बात यह है कि दिल्ली के ओल्ड यमुना ब्रिज में यमुना नदी का जल स्तर 203.78 मीटर दर्ज किया गया है. ऐसे में दिल्ली में यमुना नदी के आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है.

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पिछले वर्ष अगस्त माह में ही हथनीकुंड बैराज से 1 लाख 43 हजार क्यूसेक जल छोड़ा गया था. इसके बाद राजधानी में यमुना नदी के पानी का जलस्तर बढ़ गया था. जलस्तर बढ़ने से यमुना के किनारे खेत जल में डूब गए थे. हथनीकुंड बैराज से पानी छोड़ने के बाद यमुना नदी के आस-पास क्षेत्रों में पानी भर गया था. वहीं, यमुना का जलस्तर बढ़ने से निचले क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा था. इसकी कारण से यमुना के तट पर बसे लोगों को अपना निवास छोड़ना पड़ा था.

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बता दे कि इससे पहले अगस्त 2017 में हरियाणा के हथनीकुंड से यमुना नदी में 94 हजार क्यूसेक जल छोड़ा गया था. जिसके बाद राजधानी में यमुना का जलस्तर चेतावनी के निशान (204.00 सेमी) को पार कर गया था. यमुना का जलस्तर बढ़ने से पुराने लोहे के पुल के आसपास बने घरों में यमुना का पानी पहुंच गया था. यमुना का जलस्तर बढ़ते ही सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग ने यमुना के आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को घर खाली करके सुरक्षित स्थानों पर चले जाने के लिए कहा था. विभाग के अधिकारी ने कहा था कि यमुना का जलस्तर बढ़ने की जानकारी पहले से ही थी, इसलिए विभिन्न माध्यमों से लोगों को पहले ही घर खाली करने की चेतावनी जारी कर दी गई थी.

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