नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने आज नए संसद भवन को राष्ट्र को समर्पित कर दिया है। इस उद्घाटन समारोह का कांग्रेस समेत 20 विपक्षी दलों ने विरोध किया और इस कार्यक्रम का बॉयकॉट किया। तमिलनाडु की अति प्राचीन संत परंपरा, अधीनम संतों ने पूरे वैदिक विधि-विधान के साथ अनुष्ठान संपन्न कराया। पूजा में पीएम मोदी और लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला बैठे थे। धार्मिक अनुष्ठान के बाद अधीनम संतों ने पीएम मोदी को सत्ता हस्तांतरण और न्याय के प्रतीक राजदंड यानी सेंगोल (Sengol) सौंपा, जिसे नए संसद भवन में स्थापित कर दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत की नई संसद का उद्घाटन होने के बाद संसद परिसर में सर्वधर्म सभा का आयोजन किया गया। जिसमें अलग-अलग धर्मों के विद्धानों और गुरुजनों ने अपने धर्म के संबंध में विचार प्रकट किए और पूजा की। इस दौरान पीएम मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और पूरा केंद्रीय मंत्रिमंडल मौजूद रहा। इस कार्यक्रम के दौरान ही पीएम मोदी ने नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद भवन के निर्माण में काम करने वाले श्रमिकों को सम्मानित किया। संसद भवन में राजदंड यानी सेंगोल को स्थापित करने के बाद पीएम मोदी ने तमिलनाडु के विभिन्न अधीनम संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया। वहीं, पीएम मोदी नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के दौरान 75 रुपये का नया सिक्का भी जारी करेंगे। सिक्के पर नए संसद भवन का चित्र होगा। संसद की तस्वीर के बिलकुल नीचे वर्ष 2023 भी अंकित होगा। इस पर हिन्दी में संसद संकुल और अंग्रेजी में Parliament Complex लिखा हुआ होगा। सिक्के पर हिन्दी में भारत और अंग्रेजी में इंडिया दर्ज रहेगा। इस पर अशोक चिन्ह भी होगा। एक भारत-श्रेष्ठ भारत का प्रतीक: 93 वर्षों के बाद देश को मिलने जा रह लोकतंत्र का नया मंदिर! 'जिनके संसद में आने तक पर रोक है, वो बहिष्कार की बात कर रहे..', राहुल गांधी पर केंद्रीय मंत्री का तंज पाकिस्तानी एजेंसी ISI से बजरंग दल का कनेक्शन, सत्ता में आए तो देशद्रोह का मुकदमा चलाएंगे - दिग्विजय सिंह