वाशिंगटन : लैटिन अमेरिका में मच्छरों से पैदा होने वाला जिका वायरस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। जिका वायरस एक ग्लोबल खतरा बनता जा रहा है। अकेले ब्राजील से ही करीब 15 लाख लोग इस वायरस के खतरे के दायरे में है। जिसमें से 3893 लोग संदिग्ध के रुप से जिका वायरस से प्रभावित है। अभी तक 50 लोगों की इससे जान भी जा चुकी है। जिका वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित गर्भवती महिलाएं हो रही है। कहा जा रहा है कि इससे अजन्मे बच्चे में महामारी फैल सकता है। इस वायरस के प्रभाव से भ्रूण में मस्तिष्क का विकास रुक जाता है। इससे माइक्रोसेफाले नाम की दिमागी बीमारी फैल जाती है। ब्राजील में ये वायरस करीब 8 महीने पहले आया था। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने इसके लिए 5 कारगर उपाय सुझाए है, जो इस प्रकार हैः 1. लैटिन अमेरिकी देशों में एडीज मच्छरों की वजह से जिका वायरस का संक्रमण बढ़ा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार जिका वायरस के संक्रमण को रोकने का सबसे अच्छा उपाय है मच्छरों की रोकथाम। 2. डब्ल्यूएचओ का कहना है कि मच्छरों से बचने के लिए पूरे शरीर को ढककर रखें और हल्के रंग के कपड़े पहने। 3. मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए अपने घर के आसपास गमले, बाल्टी, कूलर आदि में भरा पानी निकाल दे। 4. बुखार, गले में खराश, जोड़ों में दर्द, आंखें लाल होने जैसे लक्षण नजर आने पर अधिक से अधिक तरल पदार्थों का सेवन और भरपूर आराम करें। 5. जीका वायरस का फिलहाल कोई टीका उपलब्ध नहीं है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि स्थिति में सुधार नहीं होने पर फौरन डॉक्टर को दिखाना चाहिए। 6 माह बाद ब्राजील में ओलंपिक होने वाला है। ब्राजील में सेना घर-घर जाकर मच्छर पनपने वाली जगहों पर दवाइयों का छिड़काव कर रही है। ब्राजील के 28 में से 21 राज्य इश वायरस की चपेट में है। साथ ही 6 राज्यों में हेल्थ इममरजेंसी घोषित की गई। पहली बार 1947 में जिका वायरस की पहचान हुई थी।