श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के बारामूला में हुए आतंकी हमले पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने गहरा रोष व्यक्त किया। उन्होंने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि जब तक इस समस्या का समाधान नहीं निकलेगा, तब तक ऐसे हमले होते रहेंगे। उन्होंने कहा, “मैं पिछले 30 सालों से देख रहा हूं कि निर्दोष लोगों की जानें जा रही हैं। हम पाकिस्तान का हिस्सा नहीं बनने वाले हैं, फिर वे क्यों ऐसी हरकतें कर रहे हैं? उन्हें अपने देश पर ध्यान देना चाहिए। मैं एक बार फिर उनसे अपील करता हूं कि इसे बंद करें और दोस्ती का रास्ता अपनाएं। यदि ऐसा नहीं हुआ, तो भविष्य कठिन होगा।” उन्होंने इस घटना में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में उमर अब्दुल्ला की सरकार बनने के बाद से महज 15 दिनों में आतंकी हमलों में 19 लोगों की जान गई है। चुनाव के बाद से जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों में वृद्धि देखी गई है। 24 अक्टूबर को बारामूला के बोटापत्थर, गुलमर्ग इलाके में सेना के एक वाहन पर हमला किया गया। इस हमले में दो जवान और सेना के साथ काम करने वाले दो पोर्टरों की मौत हो गई, जबकि कुछ अन्य लोग घायल हुए। इसके अलावा, 18 अक्टूबर को शोपियां में आतंकियों ने एक गैर-कश्मीरी श्रमिक की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान बिहार के अशोक चौहान के रूप में हुई। वहीं, 20 अक्टूबर को गांदरबल के सोनमर्ग में एक निर्माणाधीन जेड मोड टनल पर हमला हुआ, जिसमें सात लोगों की जान चली गई और पांच लोग घायल हो गए। यह हमला ऐसे इलाके में हुआ, जहां पिछले एक दशक में आतंकियों की सक्रियता बेहद कम रही थी। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन TRF ने ली थी। 24 अक्टूबर को ही गुलमर्ग से करीब छह किलोमीटर दूर बूटापथरी इलाके में सेना के वाहन पर आतंकियों ने गोलीबारी की, जिसमें चार लोग घायल हो गए। इसके अलावा, पुलवामा के त्राल इलाके में भी आतंकियों ने एक प्रवासी मजदूर शुभम कुमार को गोली मार दी, जो घायल हो गया लेकिन उसकी हालत अब खतरे से बाहर है। इन बढ़ते आतंकी हमलों के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हो गई हैं और उच्च-स्तरीय बैठकें की जा रही हैं। हालात को देखते हुए सुरक्षा बलों के सामने चुनौतियां भी बढ़ गई हैं, क्योंकि आतंकवादी अपनी गतिविधियों को तेज कर रहे हैं। मनमोहन सरकार में किया था कोयला घोटाला, मधु कोड़ा को अब SC ने दिया झटका जिसने रची देश तोड़ने की साजिश, उसकी जमानत पर जल्द फैसला चाहता है सुप्रीम कोर्ट! हरविंदर कल्याण को नायाब सरकार ने बनाया हरियाणा विधानसभा का स्पीकर, जानिए इनका सियासी करियर