रायपुर: छत्तीसगढ़ में लगभग 1100 ईसाइयों ने एक साथ सनातन धर्म में घर वापसी की है। महासमुंद जिले के बसना में आयोजित किए गए श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन गुरुवार (19 जनवरी) को ये लोग अपने मूल धर्म 'सनातन' में वापस लौटे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने गंगाजल से चरण पखारकर सबकी सनातन धर्म में वापसी करवाई। रिपोर्ट के मुताबिक, घर वापसी करने वाले लोगों का कहना है कि वे भटक कर धर्मांतरण का शिकार हो गए और अपना धर्म छोड़ दिया था। अपनी गलती का एहसास होने के बाद वे हिंदू धर्म में वापस आ गए हैं। कथावाचक पंडित हिमांशु कृष्ण महाराज ने इन लोगों को शपथ ग्रहण करवाई। जूदेव ने बताया कि लगभग 325 परिवारों के 1100 लोगों ने सनातन धर्म में घर वापसी की हैं। उल्लेखनीय है कि महासमुंद के अंतर्गत आने वाले कटांगपाली गाँव में मार्च 2022 में भी इसी प्रकार का एक आयोजन हुआ था। उस वक़्त विश्व कल्याण महायज्ञ के दौरान लगभग 1250 लोगों ने हिन्दू धर्म में घर वापसी की थी। बता दें कि, भाजपा के छत्तीसगढ़ प्रदेश मंत्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव धर्मांतरित लोगों की घर वापसी के लिए मुहीम चलाते रहते हैं। इससे पहले क्रिसमस पर पत्थलगाँव के किलकिला में 50 ईसाई परिवारों को वे सनातन धर्म में वापस लाए थे। अटल जी की सरकार में मंत्री रहे दिलीप सिंह जूदेव भी इसी प्रकार चरण पखारकर जनजातीय समाज के उन लोगों की मूल धर्म में वापसी करवाते थे, जो ईसाई मिशनरियों के झाँसे में आ धर्म परिवर्तन कर चुके थे। दिलीप सिंह जूदेव का अगस्त 2013 में देहांत हो गया था। उसके बाद से इस अभियान को उनके बेटे प्रबल प्रताप सिंह जूदेव आगे बढ़ा रहे हैं। '15 हज़ार लो और ईसाई बन जाओ, दूसरे हिन्दुओं को लाओ और 20 हज़ार पाओ' केजरीवाल के विधायक अमानतुल्लाह खान ने ही दिल्ली में भड़काए थे दंगे, कोर्ट का आदेश 'मुसलमानों को विश्वास में लेने के लिए कहना शैतान..', ये क्या बोल गए कर्नाटक कांग्रेस के नेता