झूठ बोलना पाप है... ऐसी कुछ कहावतें दिला देगी बचपन की याद

अगर आप सभी भी 90 के दशक में पैदा हुए थे तो जरूर आपका भी बचपना बहुत ही शानदार और यादगार गुजरा होगा. हम सभी ने अपने बचपन में खूब सारे नए-नए खेल खेले है चाहे वो लूडो हो या लंगड़ी, सितोलिया, गुल्ली-डंडा, या छुपा-छुपी. साथ ही हम सभी ने बचपन में बहुत सी ऐसी बाते भी करी और सुनी है जिनका कोई मतलब नहीं था जो सब झूठी थी लेकिन फिर भी हम ऐसी बातो को सीरियसली ले लेते थे. बचपन में हम सभी ने कुछ ऐसी कहावते और कहानिया सुनी थी जिसे याद कर आज भी हमें हंसी आ जाती है. कुछ कहावते मम्मी कहती थी तो कुछ सहेलियां. आइये आज हम आपको आपके बचपन की कुछ कहावते याद दिला देते है.

झूठ बोलना पाप है, नदी किनारे सांप है अरे बाप रे बाप

तुमने फल का बीज खा लिया, अब तुम्हारे पेट में पेड़ उग जाएगा

खाली कैंची नहीं चलाते बेटा... लड़ाई होती है

ये चप्पल उल्टी रखते हो, लड़ाई होगी तुम्हारी

रात के वक्त सांप का नाम नहीं लिया जाता, सचमुच आ जाता है

वो च्यूइंगम को निगलना नहीं चाहिए, ये पेट में जाकर चिपक जाती है

एक दूसरे के सिर पर मरने से पापा का खून जलता है

 

भारत की गलियों और मोहल्लों में मिलती है ऐसी तस्वीरें

काम कैसा भी हो, डांस तो होना ही है

इंटरनेट पर काफी सर्च की जा रही हैं ये एक्ट्रेस

 

 

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