बेरुत: लेबनान में ईरान समर्थित आतंकी समूह हिजबुल्लाह ने उचित समय समझे जाने पर अपने फिलिस्तीनी सहयोगी हमास के साथ मिलकर इज़राइल के खिलाफ संघर्ष में शामिल होने का ऐलान किया है। यह घोषणा तब हुई जब हमास और इजराइल के बीच लगातार सातवें दिन भी भारी गोलीबारी जारी रही। तनाव तब बढ़ गया जब सैकड़ों हमास लड़ाकों ने गाजा से इज़राइल में घुसपैठ की, जिससे मुख्य रूप से नागरिक हताहत हुए। जवाब में, इज़राइल ने गाजा में हमास के ठिकानों पर हमले किए, जिसके परिणामस्वरूप फिलिस्तीनी पक्ष के लोग भी हताहत हुए, जिनमें बच्चों सहित बड़ी संख्या में नागरिक हताहत हुए। आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के उप प्रमुख नईम कासिम ने बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में फिलिस्तीन समर्थक रैली के दौरान यह घोषणा की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हिजबुल्लाह संघर्ष में भाग लेने के लिए पूरी तरह से तैयार है और वह अपनी दृष्टि और योजना के अनुरूप ऐसा करेगा। यह बयान हिज़बुल्लाह के प्रमुख देशों, अरब देशों और संयुक्त राष्ट्र के दूतों के समर्थन सहित संघर्ष में शामिल होने से परहेज करने के आह्वान के बावजूद आया है। इन पार्टियों ने हिज़्बुल्लाह से इसमें शामिल न रहने का आग्रह किया, लेकिन क़ासिम ने ज़ोर देकर कहा कि ऐसे अनुरोधों से उनकी प्रतिबद्धता प्रभावित नहीं होगी। हिज़्बुल्लाह अपने कर्तव्यों के प्रति दृढ़ है। बता दें कि, यह संघर्ष लेबनानी क्षेत्र तक भी फैल गया है, जिसमें इज़राइल, हिजबुल्लाह और लेबनान में फिलिस्तीनी गुटों के बीच गोलीबारी हो रही है। इस स्थिति के परिणामस्वरूप हताहत हुए हैं, जिनमें एक पत्रकार की मौत और सीमा पार गोलाबारी में फंसे अन्य लोग घायल हो गए हैं। इज़राइल ने कहा कि लेबनानी क्षेत्र की ओर उसकी तोपखाने की आग एक क्षतिग्रस्त सीमा अवरोध से संबंधित घटना के जवाब में थी। इसके अतिरिक्त, इजरायली वायु सेना ने अज्ञात हवाई वस्तुओं के इजरायल में प्रवेश करने और एक इजरायली ड्रोन पर गोलीबारी के जवाब में दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह साइट को निशाना बनाने की सूचना दी। इस स्थिति ने फिलिस्तीनियों के लिए पर्याप्त समर्थन जुटाया है, बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में 1,000 से अधिक हिजबुल्लाह समर्थक गाजा के लिए रैली कर रहे हैं। उन्होंने फ़िलिस्तीनी झंडे ले रखे थे और अपना समर्थन व्यक्त किया, नारे लगाए जिनमें हिज़्बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह को संबोधित करना और फ़िलिस्तीनी मुद्दे के साथ एकजुटता व्यक्त करना शामिल था। पूरे सप्ताह इज़रायल, हिज़्बुल्लाह और फ़िलिस्तीनी समूहों के बीच गोलीबारी होती रही, जिससे क्षेत्र में संघर्ष और तेज़ हो गया। 'हमास के मुजाहिदों पर फख्र है, उन्होंने दिखा दिया कि..', कांग्रेस नेता असगर अली का बयान, आतंकी हमले पर पार्टी भी रही है मौन ! आतंकियों से लड़ रहे इजराइली सैनिकों को 'राजस्थानी थाली' खिला रहे पुष्कर के 'कालू बाबा' रिज़वान ने 'गाज़ा' को समर्पित की थी जीत, अब भारत-पाक मैच से पहले बाबर ने भी 'इजराइल-हमास' युद्ध को लेकर दे दिया बड़ा बयान !