पेरिस: फ्रांस में एक किशोर की पुलिस की गोली से मौत होने के बाद भड़का दंगा लाखों-करोड़ों की संपत्ति स्वाहा करने के बाद अब धीरे-धीरे ठंडा पड़ रहा है। फ्रांस की राजधानी पेरिस समेत तक़रीबन तमाम बड़े शहरों में बीते 12 घंटों में किसी अप्रिय घटना की खबर सामने नहीं आई है। रिपोर्ट के अनुसार, दंगाइयों में सर्वाधिक तादाद अरब और अफ्रीकी शरणार्थियों की थी। ये दूसरे देशों से भागकर शरण लेने फ्रांस आए थे और अब वहां के नागरिक बन चुके हैं, साथ ही अपना हक भी जताने लगे हैं। वहीं, फ्रांस में भड़की हिंसा की आग ने एक बार फिर मुस्लिमों को पूरी दुनिया के निशाने पर ला दिया है। इस दौरान पोलैंड के एक सांसद का पुराना वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे अपने देश में मुस्लिम शरणार्थियों को शरण देने की बात से साफ इनकार करते नज़र आ रहे हैं। हालांकि, यह भी दावा किया जा रहा है कि इस वजह से पोलैंड में अभी तक एक भी आतंकी हमला नहीं हुआ है, मगर यह दावा गलत है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह वीडियो पोलैंड की सत्तारुढ़ रुढ़िवादी और राष्ट्रवादी लॉ एंड जस्टिस पार्टी के सांसद डोमिनिक तार्ज़्युस्की (Dominik Tarczyński) का है। यह वीडियो को 2018 में रिकॉर्ड किया गया था। इस वीडियो में जब न्यूज एंकर ने सांसद तार्ज़्युस्की से पुछा कि पोलैंड ने कितने शरणार्थियों को पनाह दी है। इस पर वह दो टूक जवाब देते हुए कहते हैं कि यदि आप मुझसे मुस्लिमों के अवैध इमिग्रेशन के संबंध में पूछ रही हैं, तो हम एक भी मुस्लिम को पोलैंड में एंट्री नहीं करने देंगे। हमने 20 लाख यूक्रेनियन को देश में आने की इजाजत दी है, मगर एक भी मुस्लिम को घुसने नहीं देंगे। हमने अपनी जनता से यह वादा किया था। जनता हमारी सरकार से यह अपेक्षा करती है और इस वजह से हमारा देश पोलैंड सुरक्षित है। यहां कोई आतंकी हमला नहीं हुआ। आप मुझे कुछ भी कहिए, मगर मैं अपने परिवार और देश की चिंता करता हूं। बता दें कि, सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि पोलैंड की कड़ी अप्रवासन नीतियों के चलते इस देश में कोई आतंकी हमला नहीं हुआ है। इसे लेकर एक वीडियो भी साझा किया जा रहा है। हालांकि, एसोसिएट प्रेस (एपी) ने इस दावे को झूठा बताया है। एपी ने बताया है कि जो मैप सोशल मीडिया में साझा किया जा रहा है, उसे सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज ने मैरीलैंड यूनिवर्सिटी के वैश्विक आतंकवाद डेटाबेस का इस्तेमाल करके बनाया है। इस मैप में केवल 2012 से 2015 तक के आतंकी हमले शामिल हैं। इस डेटाबेस में उस अवधि के दौरान पोलैंड में किसी भी आतंकी हमले का कोई रिकॉर्ड मौजूद नहीं है। हालांकि 1971 से 2020 तक पोलैंड में 42 आतंकी हमले हो चुके हैं। अमेरिका के इस अखबार ने की भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रमों की सराहना अमेरिका में एकसाथ 10 हज़ार लोगों ने किया 'श्रीमद भगवत गीता' का पाठ, गुरु पूर्णिमा पर हुआ विशेष आयोजन सऊदी अरब में एक साथ 5 लोगों को सजा-ए-मौत, धार्मिक स्थल पर हमला करने का आरोप