वाराणसी। सर्दी के मौसम में तापमान के उतार-चढ़ाव से लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं। लगातार मौसम बदलने से दिन में धूप तो वही शाम को ठंड बढ़ जाती है। शहर के बाहरी इलाकों में कोहरे का भी असर शाम से होने लगा। BHU के मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय के अनुसार अगले तीन से चार दिनों तक इसी तरह तापमान में उतार-चढ़ाव होता रहेगा लेकिन ठंड और गलन में बहुत कमी नहीं आएगी। बाबतपुर मौसम कार्यालय के अनुसार बुधवार को अधिकतम तापमान 23 डिग्री और न्यूनतम तापमान 8.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम आर्र्दता 95 और न्यूनतम आर्द्रता 56 फीसदी रही। जबकि मंगलवार को अधिकतम तापमान 18.7 डिग्री और न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कश्मीर घाटी में तापमान शून्य से कई डिग्री नीचे रहने के साथ ही उत्तरी क्षेत्र मंगलवार को शीतलहर की गिरफ्त में रहा। हिमाचल प्रदेश के कीलॉन्ग जैसे इलाकों में तापमान शून्य से 8.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। मंगलवार को दिल्ली धुंध की मोटी चादर में लिपटी रही और न्यूनतम तापमान 7.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो मौसम के औसत तापमान से एक डिग्री कम रहा। मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय का कहना है कि इस बार मौसम शुष्क रहने की अधिक संभावना है कारण कि कोई ऐसा मौसम नहीं बन रहा है जिससे कि सर्दी में हल्की बारिश हो। उन्होंने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ जम्मू में बुधवार को पहुंच गया है। लेकिन उसके उत्तर प्रदेश तक पहुंचने की संभावना काफी कम है। इसका असर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान तक सिमट जाएगा। जम्मू एवं कश्मीर में शीत लहर का कहर जारी कड़ाके की ठंड के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त कश्मीर घाटी में तापमान शून्य से कई डिग्री नीचे