मौसम की बेरूखी, किसानों के माथे पर चिंता की लकीर

उज्जैन। पिछले चार-पांच दिनों से मौसम साफ है। सुबह सूरज देवता जहां दर्शन दे रहे है वहीं दोपहर होते-होते बादल जरूर हो जाते हैं परंतु ये बरस नहीं रहे है। मौसम की इस बेरूखी के कारण किसानों के माथे पर चिंता की लकीर उभर आई है। अभी बारिश का मौसम चल रहा है लेकिन पिछले एक सप्ताह से बारिश का दौर लगभग थम सा गया है, लिहाजा किसानों के साथ ही नागरिक भी चिंता में पड़ने लगे हैं। हालांकि सिंहस्थ के दृष्टिगत सिंहस्थ क्षेत्रों के अधिकांश किसानों की जमीनों को अधिग्रहित कर लिया गया है लेकिन जिन किसानों को बोवनी कर दी हैं वे बारिश का दौर थमने के कारण चिंता में हैं।

किसानों का कहना है कि बारिश की अच्छी शुरुवात होने से ही उन्होंने बोवनी कर दी थी परंतु फिलहाल बारिश नहीं होने से उन्हें बोवनी की चिंता सता रही है। किसानों ने बताया कि यदि दो-तीनों में अच्छी बारिश नहीं हुई तो उनके सामने परेशानी उत्पन्न हो सकती है। इधर बारिश का सिलसिला थमने के बाद नागरिकों भी चिंता सता रही है। नागरिकों का कहना है कि अभी और भी बारिश की दरकार है ताकि जल संकट की स्थिति सामने ही न आए। बताया गया है कि नगरवासियों की प्यास बुझाने वाले गंभीर जलाषय में भी पानी की आवक फिलहाल कम हो चली है और इसके पीछे कारण इंदौर तथा आसपास के क्षेत्रों सहित गंभीर के कैचमेंट इलाकों में बारिश नहीं होना है।

गौरतलब है कि पिछले दिनों बारिश होने से न केवल हर दिन पानी देने का निर्णय लिया गया था वहीं गंभीर में भी अच्छी खासी पानी की आवक शुरू हो गई थी परंतु अभी स्थिति थोड़ी विपरित दिखाई दे रही है। मौसम विभाग के विशेषज्ञों की यदि माने तो जुलाई माह में बारिश की खेंच की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। हालांकि इस दरमियान हल्की बारिश होने की भी बात मौसम विभाग के विशेषज्ञों द्वारा कही गई है। इसी तरह ज्योतिषियों का कहना है कि ग्रह चाल बदलने के कारण मौसम में परिवर्तन आया है लेकिन लगभग एक सप्ताह बाद फिर से बारिश की अच्छी स्थिति बनने लगेगी।

चिकित्सकों का कहना है कि मौसम परिवर्तन के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर विपरित असर पड़ सकता हैं इसलिए लोगों को सावधानी बरतने के लिए सलाह दी गई है। मौसम में गर्माहट तथा उमस है और लोग ऐसे में न केवल ठंडे पेय पदार्थों के अलावा फ्रीज के पानी आदि का सेवन कर रहे हैं लेकिन इस तरह के मौसम में इनका सेवन सेहत पर विपरित असर डाल सकता हैं, लिहाजा चिकित्सकों ने लोगों से सेहत का ध्यान रखने के लिए कहा है। वैसे बारिश के मौसम में भी बाजारों में आईस्क्रीम, बर्फ के लड्डू आदि की बिक्री कम नहीं हुई है।

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