नई दिल्ली : मानसून की धीमी चाल ने देश के कई हिस्सों में बारिश के इंतजार को और बढ़ा दिया है। आमतौर पर अभी तक देश के दो तिहाई हिस्सों में मानसून पहुंच जाता है लेकिन इस बार मानसून केवल 12 से 15 फीसदी हिस्से में ही पहुंच पाया है। मानसून की इस धीमी रफ्तार का कारण अरब सागर में उठने वाला चक्रवात वायु भी है। जिसने मानसूनी बादलों को आगे बढ़ने से रोका। पिछले 12 साल में यह पहली बार हुआ है जब मानसून इतनी धीमी रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने राजस्व लेखपालों को बांटे लैपटॉप आगे ऐसा रहेगा मौसम जानकारी के अनुसार इस कारण सीजन में होने वाली बारिश में 44 फीसदी की कमी देखी गई है। अभी तक मानसून केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा और उत्तर पूर्व के कुछ राज्यों तक ही पहुंच पाया है। इस कारण सूखे की समस्या का सामना कर रहे लोगों की चिंताए भी बढ़ गई है। पानी की कमी से जूझ रहे महाराष्ट्र में मानसून अपने तय समय से 15 दिन की देरी से 25 जून तक राज्य के अधिकतर हिस्सों में पहुंच जाएगा। धमतरी में सुरक्षाबलों और नक्सलीयों के बीच मुठभेड़ में महिला नक्सली की मौत इसी के साथ मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, दिल्ली में मानसून इस महीने के अंत तक पहुंचने की संभावना है। हालांकि एनसीआर में हो रही प्री-मानसूनी बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दी है। मौसम विभाग का अनुमान है कि आगामी दो-तीन दिनों में भी हल्की बारिश होने व तेज हवाएं चलने की संभावना है। चमकी बुखार पर दायर याचिका में सोमवार को सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट उत्तरी सिक्किम में बादल फटने के बाद भयंकर बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर एक नया रिकॉर्ड कायम करने के लिए तैयार है राजधानी