देहरादून: उत्तराखंड के 3 जिलों में रविवार को भारी वर्षा की चेतावनी जारी कर दी गई है. मौसम केंद्र के मुताबिक, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा जिलों में कई स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है. अधिकतर क्षेत्रों में तेज बौछारें पड़ने का आशंका है. मौसम विभाग निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा कि राजधानी देहरादून समेत प्रदेश के अन्य भागों में भी हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है. ज्यादातर इलाकों में वर्षा के 2 से 3 दौर भी हो सकते हैं. मैदानी क्षेत्रों में धूप खिली हुई है. वहीं, सुबह भूस्खलन से बदरीनाथ और यमुनोत्री हाईवे बंद हो चुका है. जंहा इस बता का पता चला है कि शनिवार को बदरीनाथ हाईवे बाजपुर और लामबगड़ में करीब 3 घंटे तक के लिए बंद कर दिया गया था. वहीं, यमुनोत्री हाईवे भी 3 दिन से बंद है. ऑलवेदर रोड के कार्य से दरक रहीं पहाड़ियां: ऑलवेदर रोड परियोजना कार्य से बदरीनाथ हाईवे पर स्थान-स्थान पहाड़ियां दरक हो रही है. कई जगहों पर मार्ग संकरा और खस्ताहालत में पहुंच गया है. नंदप्रयाग से चमोली (10 किमी) तक पर ऑल वेदर रोड के तहत चट्टानों की कटिंग का काम वर्षा के कारण आधा-अधूरा पड़ा हुआ है. अब हल्की वर्षा में भी चट्टान पर अटका मलबा और पत्थर हाईवे पर आ रहे हैं. बिरही मोड़, कुहेड़, हिलेरी पार्क नंदप्रयाग, भनेरपाणी, बाजपुर, चमोली चाड़ा, पागलनाला और हेलंग में ऑलवेदर रोड परियोजना कार्य से चट्टानें गिरने का खतरा बढ़ता ही जा रहा है. लोग जान जोखिम में डालकर हाईवे पर सफर कर रहे हैं. बाजपुर में करीब दो सौ मीटर पहाड़ी पर भूस्खलन हो रहा है. एनएचआईडीसीएल की ओर से प्रत्येक स्थान पर मशीनें और मैन पावर की तैनाती तो की गई है, लेकिन भारी मात्रा में मलबा और पत्थर हाईवे पर आने से लोगों को घंटों जाम की परेशानी को झेलना पड़ रहा है. गोमांस के शक में मुस्लिम युवक को हथोड़े से पीटा, ओवैसी ने पीएम मोदी पर बोला हमला टू व्हीलर्स के लिए केवल BIS Certified हेलमेट अनिवार्य, सरकारी कवायद शुरू राम मंदिर: 150 नदियों का जल लेकर अयोध्या पहुंचे दो भाई, 52 वर्षों से कर रहे हैं इकठ्ठा